पटनाः बिहार में आज दोपहर नीतीश कैबिनेट का विस्तार होने वाला है. इसमें नए और पुराने चहरे का समावेशन देखने को मिल सकता है. वहीं मंत्रिमंडल विस्तार से पहले भाजपा में बवाल खड़ा हो गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और बाढ़ से विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू में प्रदेश नेतृत्व पर जमकर हमला बोला है.
"हमें चिंता है कि पार्टी में अपर कास्ट के लोगों को इगनोर किया गया है. डीप्टी सीएम के पद के लिए अपर कास्ट के 50 प्रतिशत लोग दौड़ में थे, लेकिन उन्हें कोई पद नहीं दिया गया. प्रभावशाली और अच्छे लोगों को छोड़कर दागी लोगों को पद दिए गए हैं. "- ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, विधायक, भाजपा
बाढ़ विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि जो लोग अच्छे वोटों से जीते और उनके पास अनुभव भी था उनकी पार्टी में उपेक्षा की गई. साउथ बिहार से कोई मंत्री नहीं बनाया गया. उन्होंने कहा कि नीतीश मिश्रा जैसे पढ़े लिखे लोगों को मंत्री नहीं बनाया गया. उनकी जगह जिन पर कई केस दर्ज हैं उन्हें तवज्जो दी गई. नीतीश कुमार के डीप्टी सीएम के लिए तीन नेताओं के नाम पर सहमत नहीं होने को लेकर बाढ़ विधायक ने कहा कि ये फैसला नीतीश कुमार के नहीं भाजपा के हाथ में था.
ये भी पढ़ेः नीतीश कैबिनेट में सुशांत के भाई भी बनेंगे मंत्री, ये चेहरे होंगे शामिल
नाराज हैं अगड़ी जाति के विधायक
ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि पार्टी के अंदर वरिष्ठ नेताओं की इज्जत नहीं रह गई है. पिछली राजनीति राज्य में हावी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सामने गलत तस्वीर पेश करके उनको भ्रमित किया जा रहा है. बाढ़ विधायक ने कहा कि तमाम अगड़ी जाति के विधायक नाराज हैं और दर्जनभर विधायकों से हम बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति हमलोग शीघ्र तय करेंगे.