ETV Bharat / state

BJP विधायक ने सदन में ITI की खाली पड़ी सीटों का मामला उठाया, मंत्री के जवाब पर स्पीकर को करना पड़ा हस्तक्षेप - etv bharat news

भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने बजट सत्र के दौरान सदन में आईटीआई की खाली पड़ी सीटों का मामला उठाया (Question on ITI vacant seats in Assembly) और इस पर जबाव मांगा तो प्रभारी मंत्री की बोलती बंद हो गयी. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मामले में हस्तक्षेप किया.

BJP MLA Arun Shankar Prasad asked question in Assembley
भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद
author img

By

Published : Mar 30, 2022, 11:04 PM IST

पटना: बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session) जारी है. बजट सत्र के 21वें दिन बीजेपी विधायक अरुण शंकर प्रसाद (BJP MLA Arun Shankar Prasad) ने आईटीआई में आधी से ज्यादा सीटें खाली होने का मामला सदन में उठाकर अपनी सरकार को घेरा. बीजेपी विधायक ने कहा कि 2021-22 में कुल सीटों की तुलना में केवल 45% सीटों पर ही नामांकन हुआ है. अपने ही विधायक के सवाल पर सदन में पूरी तरह से प्रभारी मंत्री विभाग घिर गए और उनकी बोलती बंद हो गयी. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को हस्तक्षेप करना पड़ा.

ये भी पढ़ें- विधानसभा में पुलिस संशोधन विधेयक पास, DGP बोले- इससे तबादलों में आएगी पारदर्शिता, बढ़ेगी कार्य क्षमता

बता दें कि बीजेपी विधायक ने नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे के प्रभारी मंत्री नितिन नवीन की बोलती कर दी बंद. नितिन नवीन ने सवाल का जो जवाब दिया उससे विधायक संतुष्ट नहीं हुए. उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना तक की चर्चा कर दी. बीजेपी विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने कहा की सरकार के अधिकारी ही मंत्री की बात नहीं सुनते तभी तो प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन फेल हो रहा है. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Assembly Speaker Vijay Sinha) ने कहा की मैं भी इस विभाग का मंत्री रहा हूं. मैंने कई आईटीआई को रद्द करने के दिशा में निर्देश दिया था.

ये भी पढ़ें- कैग की रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग के बेहतरीन प्रयासों के दावों की खुली पोल, सामने आए ये तथ्य

इसके बाद अध्यक्ष ने मंत्री को निर्देश दिया कि सरकारी आईटीआई को और बेहतर बनाएं और आधारभूत सुविधा बढ़ाएं. विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री से इस मामले को गंभीरता से देखने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आसन भी इस मामले को गंभीरता से देखेगा. बीजेपी विधायक अरुण शंकर ने यह भी कहा कि जब रोजगार के लिए पोर्टल ही नहीं बना है तो जो प्रशिक्षित हैं उनको रोजगार कैसे मिलेगा. जब रोजगार नहीं मिलेगा तो स्वभाविक है कि नामांकन कम होगा. बता दें कि सदन में आज की कार्यवाही के दौरान श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा मौजूद नहीं थे. उनके स्थान पर प्रभारी मंत्री नितिन नवीन उनके विभाग का जवाब दे रहे थे, लेकिन बीजेपी विधायक के प्रश्न पर पूरी तरह से फंसते दिखे.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session) जारी है. बजट सत्र के 21वें दिन बीजेपी विधायक अरुण शंकर प्रसाद (BJP MLA Arun Shankar Prasad) ने आईटीआई में आधी से ज्यादा सीटें खाली होने का मामला सदन में उठाकर अपनी सरकार को घेरा. बीजेपी विधायक ने कहा कि 2021-22 में कुल सीटों की तुलना में केवल 45% सीटों पर ही नामांकन हुआ है. अपने ही विधायक के सवाल पर सदन में पूरी तरह से प्रभारी मंत्री विभाग घिर गए और उनकी बोलती बंद हो गयी. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को हस्तक्षेप करना पड़ा.

ये भी पढ़ें- विधानसभा में पुलिस संशोधन विधेयक पास, DGP बोले- इससे तबादलों में आएगी पारदर्शिता, बढ़ेगी कार्य क्षमता

बता दें कि बीजेपी विधायक ने नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे के प्रभारी मंत्री नितिन नवीन की बोलती कर दी बंद. नितिन नवीन ने सवाल का जो जवाब दिया उससे विधायक संतुष्ट नहीं हुए. उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना तक की चर्चा कर दी. बीजेपी विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने कहा की सरकार के अधिकारी ही मंत्री की बात नहीं सुनते तभी तो प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन फेल हो रहा है. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Assembly Speaker Vijay Sinha) ने कहा की मैं भी इस विभाग का मंत्री रहा हूं. मैंने कई आईटीआई को रद्द करने के दिशा में निर्देश दिया था.

ये भी पढ़ें- कैग की रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग के बेहतरीन प्रयासों के दावों की खुली पोल, सामने आए ये तथ्य

इसके बाद अध्यक्ष ने मंत्री को निर्देश दिया कि सरकारी आईटीआई को और बेहतर बनाएं और आधारभूत सुविधा बढ़ाएं. विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री से इस मामले को गंभीरता से देखने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आसन भी इस मामले को गंभीरता से देखेगा. बीजेपी विधायक अरुण शंकर ने यह भी कहा कि जब रोजगार के लिए पोर्टल ही नहीं बना है तो जो प्रशिक्षित हैं उनको रोजगार कैसे मिलेगा. जब रोजगार नहीं मिलेगा तो स्वभाविक है कि नामांकन कम होगा. बता दें कि सदन में आज की कार्यवाही के दौरान श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा मौजूद नहीं थे. उनके स्थान पर प्रभारी मंत्री नितिन नवीन उनके विभाग का जवाब दे रहे थे, लेकिन बीजेपी विधायक के प्रश्न पर पूरी तरह से फंसते दिखे.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.