पटनाः सारण में जहरीली शराब से 20 से ज्यादा मौतों का मामला बिहार विधानसभा में गूंजा. सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही भाजपा सदस्यों ने जहरीली शराब के मामले को जोर-शोर से उठाया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से आक्रमण अंदाज में भाजपा की ओर इशारा कर दिए गए जवाब पर भाजपा ने मुख्यमंत्री के व्यवहार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी है.
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"सदन में जनता राज की जगह गुंड़ा राज, जब तक सीएम सदन में माफी नहीं मांगेगे. तबतक सदन के अंदर हम अपनी आवाज को बुलंद करेंगे. शराब की फैक्ट्री चलाने वाले को गोपालगंज में उम्मीदवार बनाया, शराब पीने वाले को कुढ़नी में उम्मीदवार बनाया.पूरी सरकार शराब के नाम पर माफिया गिरी कर रही है. गरीबों का शोषण कर रही है. हम तो पक्षघर हैं नशाबंदी का. लेकिन अब युवा गांजा, चरस आदि मादक पदार्थों के शिकार हैं. यह बंद होना चाहिए." विजय सिन्ह, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा
भाजपा ने मुख्यमंत्री के व्यवहार पर चिंता व्यक्त कीः बिहार विधानसभा की कार्रवाई हंगामे की भेंट चढ़ गई जहरीली शराब से मौत के बाद भाजपा नेताओं के तेवर तल्ख थे भाजपा ने मौत के मामले को सदन के अंदर उठाया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तेवर तल्ख हो गए और भाजपा सदस्यों को भला बुरा कहा मुख्यमंत्री के व्यवहार से आहत भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट किया.
हमारा विरोध सड़क से सदन तक जारी रहेगाः दूसरे हाथ में सदन की कार्यवाही शुरू हुई. लेकिन भाजपा सदस्यों ने जहरीली शराब से मौत और मुख्यमंत्री के व्यवहार को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का रवैया तानाशाही है और विपक्ष के जुबान को वह बंद करना चाहते हैं. हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री अपने व्यवहार के लिए माफी मांगे नहीं तो हमारा विरोध सड़क से लेकर सदन तक जारी रहेगा. विजय सिन्हा ने कहा कि जहरीली शराब से मौतें हो रही है और हत्या का दौर भी जारी है. सरकार अपनी आलोचना बर्दाश्त नहीं कर पा रही है.