पटना: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद ने बुधवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को एनडीए छोड़कर जाने पर घेरते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा में वे राजद के साथ चले गए. विश्वास मत के प्रस्ताव पर चर्चा के क्रम में सदन को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में जो सरकार बदली है वह जनादेश के कारण नहीं है. जो जनमत मिला था. उसका गला घोंटा गया.
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तारकिशोर प्रसाद ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना: सदन में बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर खूब तंज कसा. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार ऐसे बल्लेबाज है कि दूसरी तरफ क्रिज पर खड़े बल्लेबाज को रनआउट कराते रहते है और खुद क्रिज पर जमे रहते है. उन्होंने आगे कहा कि कैबिनेट में 23 मंत्री अपराधी और दागी है. जिस मंत्रिमंडल में इतने दागी हो उससे सुशासन की उम्मीद नहीं कर सकते. जिस मुद्दे पर नीतीश जी 2017 में आरजेडी से अलग हुए क्या वो खत्म हो गए.
BJP ने खोला नीतीश के पलटी मारने का राज: अपने संबोधन में तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार आज प्रधानमंत्री बनने के लिए पलटी मार गए. लेकिन, जेडीयू ऐसी पार्टी है जो बिहार में कभी अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई. वह केंद्र में सरकार बनाने का सपना देख रही है. 2013 में भी ऐसी ही महत्वाकांक्षा जगी थी. अब 2022 में भी जागी है. 2014 में जब बिहार ने इन्हें दो सीटों पर समेट दिया तो इन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. फिर उन्होंने एक महादलित को मुख्यमंत्री बनाया. लेकिन फिर उन्हें भी हटाकर वे (नीतीश कुमार) स्वयं बैठ गए.
''2020 के चुनाव में भाजपा को जेडीयू से ज्यादा सीटें मिलीं. फिर भी भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री का पद दिया. मुख्यमंत्री आपकी राजनीतिक विश्वसनीयता बिहार से समाप्त हो गई है. नीतीश कुमार की निजी महत्वकांक्षा और स्वार्थ के कारण यह स्थिति आई है और बिहार को आज अराजकता के मुंह मे ढकेला गया है.'' - तारकिशोर प्रसाद, बीजेपी नेता
नीतीश सरकार ने विश्वास मत हासिल किया: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने आज विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया. नवगठित महागठबंधन सरकार के विश्वास मत हासिल करने के लिए बुधवार को विधानसभा की आहूत बैठक में नीतीश सरकार के पक्ष में 160 सदस्यों ने वोट किया. वहीं, विपक्षी सदस्यों के सदन से वॉकआउट के कारण सरकार के विपक्ष में एक भी मत नहीं पड़े.
नीतीश सरकार को 164 सदस्यों का समर्थन: नीतीश सरकार को जेडीयू, आरजेडी कांग्रेस, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) और एक निर्दलीय समेत 164 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है. लेकिन, बीमार होने के कारण जेडीयू के विजेंद्र प्रसाद यादव और बीमा भारती व अन्य वजह से भाकपा के सूर्यकांत पासवान और हम के प्रफुल्ल मांझी आज सदन में उपस्थित नहीं हो सके.
160 सदस्यों ने सरकार के प्रति जताया विश्वास: ऐसे में नीतीश सरकार के पक्ष में 160 सदस्यों ने विश्वास जताया, जिसमें ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अख्तरुल ईमान भी शामिल हैं. सदन का संचालन विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने किया, इसलिए वह मतदान में शामिल नहीं हुए.
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