पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए एक बार फिर यात्रा पर निकले हैं, आज वह पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश जाएंगे. जहां पश्चिम बंगाल में वो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलेंगे उसके बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश प्रसाद यादव से भी मुलाकात करेंगे. सीएम की इस मुलाकात और विपक्षी एकता पर बीजेपी ने तंज कसा है, बीजेपी प्रवक्ता रामसागर सिंह ने कहा कि जिस नीतीश कुमार को बिहार की जनता ही स्वीकार नहीं करती है, भला उस पर अन्य राज्यों के नेता क्यों विश्वास करेंगे.
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'नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचा रहे हैं' : बीजेपी प्रवक्ता रामसागर सिंह ने कहा कि जिस नेता पर भरोसा उसके अपने राज्य की जनता नहीं करती है उस पर भरोसा दूसरे राज्य के नेता भला क्यों करेंगे, चाहे अखिलेश यादव हो या फिर ममता बनर्जी अखिलेश और ममता दोनों कांग्रेस के साथ रहकर के परिणाम भुगत चुके हैं. यह सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपनी कुर्सी बचाए रखने की कवायद है. ये तेजस्वी यादव को बेवकूफ बनाने का जरिया है. तेजस्वी यादव को अपने साथ रखकर नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचा रहे हैं.
"बिहार की जनता नीतीश कुमार को स्वीकार नहीं करती, उन पर विश्वास नहीं करती तो बाहर के नेता क्या भरोसा करेंगे. ना अखिलेश यादव ना ममता बनर्जी कोई इन पर भरोसा नहीं कर सकते दोनों ने कांग्रेस के साथ रह कर परिणाम देख लिया है, नीतीश कुमार सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं. ये तेजस्वी यादव को भी बेवकूफ बना रहे हैं"- रामसागर सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
दिल्ली में राहुल गांधी से भी की थी मुलाकातः आपको बता दें कि इससे पहले 12 अप्रैल को नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने दिल्ली में राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे से मिले थे. मीटिंग के बाद नीतीश कुमार ने कहा था कि हमारी एकजुटता पर बात हुई है ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को एक साथ लाने की कोशिश है. नीतीश कुमार ऐसी सभी पार्टियों को 2024 से पहले एकजुट करने में लगे है जो एंटी बीजेपी है, ताकि लोकसभा चुनाव में इस बार बीजेपी को कड़ी टक्कर दी जा सके.