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बीजेपी का सीएम नीतीश पर हमला.. कुर्सी के लिए हिंदुओं की भावना से ना करें खिलवाड़

आईटी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के विष्णुपद मंदिर में जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. BJP Leader Arvind Singh ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा है कि उनको कुर्सी से मोह है तो अपनी कुर्सी बचाएं लेकिन करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ ना करें..

बीजेपी नेता
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Published : Aug 23, 2022, 12:21 PM IST

पटनाः गया के विष्णुपद मंदिर में पिछले 100 सालों से गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगी हुई है लेकिन पितृपक्ष मेले की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना के लिये गए तो उनके साथ आरजेडी कोटे से आईटी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी (Minister Israel Mansouri Entry Into Vishnupad Temple) भी मंदिर में चले गए. इसको लेकर बिहार में बवाल मच गया है. बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है, तो वहीं बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह (BJP leader Arvind Singh On CM Nitish) ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा है कि अगर आपको कुर्सी से मोह है तो, कुर्सी पर बने रहें लेकिन बिहार के करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ ना करें.

ये भी पढ़ेंः सभी को एक मानता है सनातन धर्म, लेकिन हरिभूषण जैसे लोग सामाजिक एकता बिगाड़ना चाहते हैं.. HAM नेता का बयान

'सीएम को कुर्सी से मोह है': मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में जाने पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि 17 सालों से सीएम नीतीश को ये पता नहीं था कि मंदिर में गैर हिंदुओं का जाना मना है. कुर्सी बचाए रखने के लिए सीएम हिंदू भावनाओं से कितना खिलवाड़ करेंगे. उन्होंने कहा कि सीएम को कुर्सी से मोह है, इसलिए उसे बचाने के लिए ऐसा करते हैं.

"17 सालों से आप मुख्यमंत्री हैं. आपको पता नहीं है कि वहां गैर हिंदू को जाना वर्जित है. कुर्सी बचाए रखने के लिए आप हिंदू भावनाओं से कितना खिलवाड़ करेंगे कोई तो हद होगी, अपने आप को कितना गिरायेंगे. गिरने की भी कोई हद होती है. हम हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि बिहार के लोगों की धार्मिक भावना से ना खेलें, आप कुर्सी पर बने रहें लेकिन धर्म भ्रष्ट ना करें"- अरविंद सिंह, प्रवक्ता बीजेपी

क्या बोले थे हरिभूषण ठाकुरः वहीं, इससे पहले बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने भी इसराइल मंसूरी के मंदिर में जाने पर अपत्ति जताई थी और कहा था कि विष्णुपद मंदिर अपमानित किया गया है. मंदिर में स्पष्ट लिखा हुआ है कि दूसरे धर्म के लोग नहीं प्रवेश कर सकते हैं. करोड़ों सनातनी और हिन्दुओं को मुख्यमंत्री जी ने आहत किया है. हालांकि इन तमाम विवादों के बाद अब मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने बड़ा फैसला लेते हुए गर्भगृह को पावन फल्गु के जल से धोया है और विष्णुपद मंदिर का शुद्धिकरण करवाया गया है. इसके बाद भगवान को भोग लगाए गए.

ये भी पढ़ेंः विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री के प्रवेश पर बवाल.. गंगा जल से धोया गया गर्भगृह

विष्णुपद मंदिर पर क्यों मचा है बवालः दरअसल, विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के मुख्य द्वार पर अहिंदू प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है, जिसका पालन करने की परंपरा रही है लेकिन सोमवार को सीएम नीतीश कुमार के साथ मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी गर्भगृह तक चले गए थे. जिस पर बीजेपी ने कड़ा ऐतराज जताया है. इस बीच विष्णुपद मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने भी इसे बड़ी चूक मानी है. समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिठ्‌ठल ने कहा कि हमें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री के साथ एक मुस्लिम मंत्री भी हैं. विट्ठल ने कहा कि मंत्री को इसे सौभाग्य बताने के बजाए क्षमा मांगनी चाहिए. यह घोर गलत हुआ है. हमलोग मस्जिद में नहीं जाते हैं. फिर वह हमारे पौराणिक परंपरा वाले मंदिर में कैसे प्रवेश कर गए, जहां बड़े-बड़े बोर्ड में लिखे हुए हैं अहिंदू प्रवेश निषेध.

पटनाः गया के विष्णुपद मंदिर में पिछले 100 सालों से गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगी हुई है लेकिन पितृपक्ष मेले की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना के लिये गए तो उनके साथ आरजेडी कोटे से आईटी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी (Minister Israel Mansouri Entry Into Vishnupad Temple) भी मंदिर में चले गए. इसको लेकर बिहार में बवाल मच गया है. बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है, तो वहीं बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह (BJP leader Arvind Singh On CM Nitish) ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा है कि अगर आपको कुर्सी से मोह है तो, कुर्सी पर बने रहें लेकिन बिहार के करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ ना करें.

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'सीएम को कुर्सी से मोह है': मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में जाने पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि 17 सालों से सीएम नीतीश को ये पता नहीं था कि मंदिर में गैर हिंदुओं का जाना मना है. कुर्सी बचाए रखने के लिए सीएम हिंदू भावनाओं से कितना खिलवाड़ करेंगे. उन्होंने कहा कि सीएम को कुर्सी से मोह है, इसलिए उसे बचाने के लिए ऐसा करते हैं.

"17 सालों से आप मुख्यमंत्री हैं. आपको पता नहीं है कि वहां गैर हिंदू को जाना वर्जित है. कुर्सी बचाए रखने के लिए आप हिंदू भावनाओं से कितना खिलवाड़ करेंगे कोई तो हद होगी, अपने आप को कितना गिरायेंगे. गिरने की भी कोई हद होती है. हम हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि बिहार के लोगों की धार्मिक भावना से ना खेलें, आप कुर्सी पर बने रहें लेकिन धर्म भ्रष्ट ना करें"- अरविंद सिंह, प्रवक्ता बीजेपी

क्या बोले थे हरिभूषण ठाकुरः वहीं, इससे पहले बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने भी इसराइल मंसूरी के मंदिर में जाने पर अपत्ति जताई थी और कहा था कि विष्णुपद मंदिर अपमानित किया गया है. मंदिर में स्पष्ट लिखा हुआ है कि दूसरे धर्म के लोग नहीं प्रवेश कर सकते हैं. करोड़ों सनातनी और हिन्दुओं को मुख्यमंत्री जी ने आहत किया है. हालांकि इन तमाम विवादों के बाद अब मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने बड़ा फैसला लेते हुए गर्भगृह को पावन फल्गु के जल से धोया है और विष्णुपद मंदिर का शुद्धिकरण करवाया गया है. इसके बाद भगवान को भोग लगाए गए.

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विष्णुपद मंदिर पर क्यों मचा है बवालः दरअसल, विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के मुख्य द्वार पर अहिंदू प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है, जिसका पालन करने की परंपरा रही है लेकिन सोमवार को सीएम नीतीश कुमार के साथ मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी गर्भगृह तक चले गए थे. जिस पर बीजेपी ने कड़ा ऐतराज जताया है. इस बीच विष्णुपद मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने भी इसे बड़ी चूक मानी है. समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिठ्‌ठल ने कहा कि हमें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री के साथ एक मुस्लिम मंत्री भी हैं. विट्ठल ने कहा कि मंत्री को इसे सौभाग्य बताने के बजाए क्षमा मांगनी चाहिए. यह घोर गलत हुआ है. हमलोग मस्जिद में नहीं जाते हैं. फिर वह हमारे पौराणिक परंपरा वाले मंदिर में कैसे प्रवेश कर गए, जहां बड़े-बड़े बोर्ड में लिखे हुए हैं अहिंदू प्रवेश निषेध.

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