पटनाः लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूर को लेकर बिहार में सियासी बयानबयाजी तेज है. जहां एक ओर विपक्ष सरकार के जरिए प्रवासी मजदूरों के लिए चलाये जा रहे क्वॉरेंटाईन सेंटर में कुव्यवस्था के आलम की बात कर रहा है. तो वहीं, सत्तापक्ष भी विपक्ष से कई सवाल करता नजर आ रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मजदूरों को नारे का नहीं, सहारे की जरूरत है. इस पर बीजेपी नेता अजित चौधरी ने पलटवार किया और कहा है कि इतने दिनों से वो कहां थे, इसका जवाब पहले राज्य की जनता जानना चाहती है.
'विपक्ष को सूझ रही है राजनीति'
बीजेपी नेता अजित चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव लॉकडाउन के दौरान एसी कमरे में आराम फरमा रहे थे और आज उन्हें मजदूरों और गरीबों की समस्या याद आ रही है. उन्होंने दावा किया कि लगातार केंद्र और राज्य की सरकार प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने का काम कर रही है. सरकार उनके रहने, खाने, पीने की व्यवस्था में लगी है और विपक्ष को अभी राजनीति सूझ रही है.
उन्होंने कहा कि पहले विपक्ष ये बताए कि लॉकडाउन के दौरान उनके कितने कार्यकर्ता गरीबों की मदद कर रहे थे. निश्चित तौर पर राजद या पूरे विपक्ष की किसी पार्टी ने इस दौरान कुछ नहीं किया. आज जो सरकार कर रही है उससे गरीब मजदूर काफी खुश है.
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'कोई चालबाजी काम नहीं आनेवाली'
अजित चौधरी ने आरोप लगाया कि लॉक डाउन के दौरान भी विपक्ष राजनीति कर इसका लाभ लेना चाहती है. लेकिन जनता जानती है कि उसे किसके साथ चलने में भलाई है. अभी जनता एनडीए सरकार के साथ है और जिस तरह प्रवासी मजदूरों और गरीबों के लिए एनडीए सरकार ने काम किया है उससे जनता खुश है, विपक्ष की कोई चालबाजी काम नहीं आनेवाली है.