पटना: पश्चिमी चंपारण से एनडीए उम्मीदवार संजय जायसवाल दो दिनों से लगातार जिला प्रशासन पर उन्हें फंसाने का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग को भी जिला प्रशासन पर कार्रवाई के लिए एक ज्ञापन दिया है. लेकिन संजय जायसवाल के साथ पार्टी का कोई भी नेता उनके इस आंदोलन में नहीं दिख रहा है. हालांकि, पूछने पर पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि पार्टी उनके साथ है.
बीजेपी प्रवक्ता भले ही यह कहें कि पार्टी संजय जायसवाल के साथ है. लेकिन संजय जायसवाल जिस प्रकार से जिला प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं. उनके आरोप के साथ पार्टी का कोई भी नेता कहीं से भी नजर नहीं आ रहा है. चुनाव के दिन भी जिस प्रकार से संजय जायसवाल ने आरोप लगाया. बीजेपी का किसी भी बड़े नेता ने कार्रवाई करने की मांग नहीं की है. शायद बीजेपी नेताओं को इस बात का डर है कि मामले को ज्यादा तूल देने पर आने वाले फेज के चुनाव में एनडीए को नुकसान हो सकता है.
अकेले ही ज्ञापन सौंपा
पार्टी नेताओं का सपोर्ट ना मिलते देख संजय जायसवाल ने अकेले ही पटना में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और उसके बाद पार्टी कार्यालय में मीडिया से बातचीत भी की. संजय जायसवाल का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें कुछ लोगों को एक बूथ पर पकड़ कर रखे हुए हैं. हालांकि, इस पर कुछ भी बोलने से संजय बचते नजर आए.
क्या है पूरा मामला ?
मालूम हो कि मोतिहारी में हुए छठे चरण के चुनाव के दौरान सेखोना गांव के बूथ संख्या 162 पर फायरिंग हुई थी. मतदान के दौरान सांसद संजय जायसवाल के समर्थकों की पिटाई भी की गई थी. जायसवाल की गाड़ी को क्षतिग्रस्त किया गया. इसी को लेकर सांसद और बीजेपी प्रत्याशी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करने की है.