पटनाः बिहार विधानसभा में इन दिनों नए-नए काम किए जा रहे हैं, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ. राहुल सहनी हत्या मामले पर सरकार की ओर से जवाब नहीं मिलने पर बीजेपी के नेताओं ने सदन का बहिष्कार किया और फिर सदन में लौट आए. इसके बाद सदन के अंदर समानांतर सदन की कार्यवाही संचालित की. इस दौरान विपक्षी नेताओं ने मंत्री इसराइल मंसूरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और उनसे इस्तीफा भी मांगा.
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सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ: बिहार विधानसभा के इतिहास में इस तरह पिछले कई सालों में देखने को नहीं मिला है, ये पूछे जाने पर बीजेपी के पूर्व मंत्री और विधायक जीवेश मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि जब राज्य हित की बातें भी सरकार अनसुना कर दे, तो इनकी सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ जरुरी था. हम लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया कि बल बुद्धि विद्या के दाता हनुमान जी हैं. विधानसभा अध्यक्ष को भी बुद्धि हो और सरकार को भी बुद्धि हो जिस प्रकार से पिछड़ा के बेटे की हत्या हुई है और उसके परिवार को धमकी भी दी जा रही है, उसके साथ न्याय कौन करेगा. इसलिए हम लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया है.
"जिसके बेटे की हत्या हुई है उसने थानेदार को जो पत्र लिखा है उसकी जांच की जरूरत है. हम लोग उस मुद्दे को उठा रहे थे, लेकिन सदन उसे अनसुना कर रहा था. किसी भी सरकार के लिए लॉ एंड ऑर्डर प्राथमिकता होती है. बिहार में आज भी बैंक लूट की कोशिश हुई है. लॉ एंड ऑर्डर बद से बदतर है. विपक्ष का काम सवाल को उठाना है और सरकार का काम है संज्ञान में लेकर उस पर कार्रवाई करना, जो नहीं हो रहा है"- जीवेश मिश्रा, बीजेपी विधायक
विपक्ष सरकार पर हमलावर : आपको बता दें कि बिहार बजट सत्र के दौरान विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है, विपक्ष का आरोप है कि सदन में जो भी सवाल उठाए जा रहे हैं, उसका सरकार की तरफ से जवाब नहीं मिल रहा है. विपक्ष का काम है सवाल उठाना. विपक्ष का कहना है कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर समाप्त हो चुका है. सकरार के विधायक अपराधिक कार्यों में लगे हैं. उन पर कार्रवाई तक नहीं हो रही है. यही वजह है कि हमलोग सरकार को सदन के अंदर और बाहर घेर रहे हैं.