पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव की कार में विधानसभा के मानसून सत्र में आने के मुद्दे पर बीजेपी ने आरजेडी के साथ घेरा तो जेडीयू और आरजेडी के नेताओं ने भी बचाव की मुद्रा में ताबड़तोड़ पलटवार कर रहे हैं. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का बीजेपी इस्तीफा मांग रही है तो जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने बीजेपी पर ही दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया है.
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तेजस्वी के बचाव में जेडीयू : जदयू के प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा भारतीय जनता पार्टी सुविधा के अनुसार तर्क न दे. एक देश और एक राष्ट्र की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी को दूसरे राज्यों में भ्रष्टाचार को लेकर जो नजरिया है, उसे भी स्पष्ट करना चाहिए. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बीजेपी अजित पवार को लेकर क्या कह रही है? ये क्या सदाचार है?
''बीजेपी को सदन में जवाब मांगना चाहिए, सरकार सदन में जवाब देगी. छोटे सत्र को लेकर विपक्ष को कार्य मंत्रणा समिति में बोलना चाहिए, मीडिया में डिमांड करने से सत्र की अवधि नहीं घटेगा और बढ़ेगा. तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग बीजेपी को सदन में करनी चाहिए, वहां बीजेपी को जवाब मिलेगा.''- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
'पीएम मोदी अपना रहे दोहरा चरित्र' : वहीं आरजेडी विधायक अख्तरुल शाहीन ने बीजेपी की ओर से तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग और मुख्यमंत्री के दौहरे चरित्र को लेकर कहा इस देश में किसी का भी दोहरा चरित्र है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है. जिसको दो दिन पहले भ्रष्टाचारी बताया आज उसी को सरकार में शामिल कराकर मंत्री और उप मुख्यमंत्री का पद दे दिया.
''एक सप्ताह पहले मध्यप्रदेश में एनसीपी को लेकर बोलते हैं देश का सबसे भ्रष्टाचारी एनसीपी है, 2 दिन बाद वहां के दो बड़े नेता जो जेल की सजा काट कर आए हैं, सरकार में शामिल कराए जाते हैं. तेजस्वी यादव के खिलाफ कोई भी साक्ष्य था तो 5 साल मौका दिया गया, साबित करना चाहिए था. बीजेपी की ओर से तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग का कोई औचित्य नहीं है.''- अख्तरुल शाहीन, आरजेडी विधायक
लैंड फॉर जॉब स्कैम केस : बता दें कि जमीन के बदले नौकरी केस में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम चार्जशीट में आ गया है. इसे लेकर राबड़ी देवी ने बीजेपी की साजिश बताया तो वहीं उनकी पार्टी के नेता भी लगातार आरोपों पर हमलावर हैं. जेडीयू और आरजेडी ये साबित करने में लगे हुए हैं कि अभी तक नरेंद्र मोदी की सरकार उनके ऊपर लगे हुए आरोपों को साबित नहीं कर सकी है. षड़यंत्र करके तेजस्वी यादव को फंसाया जा रहा है. इस केस में लालू यादव और राबड़ी देवी समेत परिवार के 4 सदस्य जमानत पर हैं.