पटना: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 की तिथि की घोषणा कर दी गयी है. बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉफ्रेंस कर बताया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को वोटिंग करायी जाएगी. शनिवार 13 मई को काउंटिग होगी. चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान होते है बिहार में भी सियासी गहमागहमी बढ़ गयी है.
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कर्नाटक विधानसभा चुनाव का महत्वः भाजपा ने चुनाव आयोग के फैसले पर प्रसन्नता जताई है. पार्टी प्रवक्ता डॉ रामसागर सिंह (BJP Spokesperson Dr. Ramsagar Singh) ने कहा है कि चुनाव आयोग के फैसले से लोगों का इंतजार खत्म हुआ. कर्नाटक में भाजपा पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी. भाजपा की नीतियों के बदौलत हमें वहां फिर सत्ता की चाबी मिलेगी. बता दें कि आनेवाले लोकसभा चुनाव को लेकर कर्नाटक विधानसभा चुनाव का महत्व बढ़ गया है. लिहाजा भाजपा पूरे जोश के साथ चुनाव में जाने की तैयार कर रही है.
जोड़ तोड़ से भाजपा ने बनायी थी सरकारः पिछले चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिली थी. भाजपा को 104 सीट मिली थी. जिसके बाद कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार बनी थी. कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे. कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन वाली सरकार करीब 14 महीने ही चल पायी. गठबंधन के 19 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया. इससे कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन वाली सरकार गिर गई. इसके बाद भाजपा ने येदियुरप्पा के नेतृत्व में सरकार बनाई. लगभग दो साल बाद येदियुरप्पा की जगह बासवराज बोम्मई को सीएम बनाया गया था.
"चुनाव आयोग के फैसले से लोगों का इंतजार खत्म हुआ. कर्नाटक में भाजपा पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी. भाजपा की नीतियों के बदौलत हमें वहां फिर सत्ता की चाबी मिलेगी. वहां की जनात प्रधानमंत्री के कार्यों को देखते हुए रिटर्न गिफ्ट देगी"- डॉ रामसागर सिंह, प्रवक्ता, भाजपा