पटना: बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishi Kant Dube) को लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के 'बिहारी गुंडा' वाले बयान पर बिहार एनडीए के नेताओं में जबर्दस्त गुस्सा है. इसे बिहारियों का अपमान बताते हुए नेताओं ने सदन में भी इस मामले को उठाया. विधानसभा और विधान परिषद में इसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव (Condemnation Motion) भी पेश किया गया.
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बिहार विधानसभा में बीजेपी विधायक नितिन नवीन और विधान परिषद में बीजेपी विधान पार्षद संजय मयूख ने बिहारी अस्मिता को लेकर निंदा प्रस्ताव पेश किया. बहार निकलकर मीडिया से बातचीत करते हुए संजय मयूख ने कहा कि किसी भी कीमत पर बिहारियों को लेकर अभद्र टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि तृणमूल नेता हो या फिर तमिलनाडु के नगर प्रशासन मंत्री के. नेहरू ने जिस प्रकार से बिहारियों और लालू यादव को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है, हम लोग इसकी तीखी भर्त्सना करते हैं. हम चाहते हैं कि ऐसे बयानों को लेकर दोनों सदनों से निंदा प्रस्ताव पारित किया जाए.
"जिस प्रकार से आरजेडी और कांग्रेस के सदस्यों ने विरोध किया है, मुझे लगता है कि उन्हें बिहार के सम्मान और स्वाभिमान से कोई मतलब नहीं है. मुझे अभी भी लगता है कि विधानसभा और विधान परिषद को निंदा प्रस्ताव पारित करना चाहिए"- संजय मयूख, विधान पार्षद, बीजेपी
वहीं, बीजेपी नेता और बिहार सरकार में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि विधान परिषद में संजय मयूख और विधानसभा में नितिन नवीन ने बिहारियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी का मुद्दा उठाया है. हम आरजेडी और कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि क्या वह तृणमूल कांग्रेस का साथ छोड़ने के लिए तैयार है. तृणमूल नेता ने पूरे बिहार का अपमान किया है.
"जब सवाल बिहार का हो और बिहार के लोगों को गुंडा कहा जाए, ये 14 करोड़ बिहारियों का अपमान है. जिस टीएमसी के लिए आरजेडी के लोगों ने प्रचार किया है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए"- शाहनवाज हुसैन, उद्योग मंत्री, बिहार
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सत्ता पक्ष के निशाने पर आए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि हम ऐसे बयान की निंदा करते हैं. साथ ही कहा कि यह बयान ममता बनर्जी का नहीं है, इसलिए इसे पार्टी का आधिकारिक बयान नहीं माना जा सकता है. उन्होंने कहा कि जिस किसी ने ऐसा बयान दिया है उन्हें ऐसा बयान देने से बचना चाहिए.
"ये दुखद है और इससे ज्यादा तो हम कुछ कह नहीं सकते हैं. बिहार लोकतंत्र की जननी है, बिहार कई महापुरुषों की कर्मभूमि भी रही है. बिहार के लोग मेहनती होते हैं, यहां के लोग देश को बनाते भी हैं और चलाने का काम भी करते हैं"- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष