पटना: राज्य में नागरिकता संशोधन कानून पर विपक्षी दलों का 19 दिसंबर को बंद हो चुका है. अब आरजेडी की तरफ से 21 दिसंबर को बंद का आह्वान किया गया है. इस पर बीजेपी और जेडीयू ने प्रतिक्रिया दी है. पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए यह बंद का आयोजन किया जा रहा है.
बीजेपी ने कहा बंद वोट बैंक की राजनीति
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बिहार में वाम दलों के साथ कई अन्य विपक्षी दलों ने भी 19 दिसंबर को बंद किया. कई जगहों पर तोड़फोड़ की घटना भी हुई. अब 21 जनवरी को आरजेडी बिहार बंद का आयोजन करने जा रही है. इस पर पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि गृह मंत्री और प्रधानमंत्री ने कई बार कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून का किसी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. इसके बावजूद समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि जनता ने उन्हें नकार दिया है. इसलिए अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए बंद का आयोजन किया जा रहा है.
गुंडागर्दी नहीं चलने वाली- जदयू
जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने 19 दिसंबर को बंद के दौरान किए गए तोड़फोड़ और गुंडागर्दी पर कहा कि लोकतंत्र में गुंडागर्दी से आप अपनी बात नहीं मनवा सकते हैं. लेकिन जिस तरह से बंद के दौरान तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया गया है. प्रशासन वीडियो फुटेज के आधार पर ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करेगा. वहीं, 21 दिसंबर को राजद के बंद के आह्वान पर प्रशासन की नजर रहेगा. वहीं, तेजस्वी यादव ने राजद के बंद को लेकर कहा है कि यदि पुलिस प्रशासन की तरफ से बंद के दौरान कोई कार्रवाई होती है तो उसका अंजाम अच्छा नहीं होगा. ऐसे में देखना है पुलिस प्रशासन की तरफ से बंद को लेकर किस तरह का एहतियात बरता जाता है.