पटना: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग (Demand for Special Status to Bihar) को लेकर योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव (Bijendra Prasad Yadav) के बयान पर विपक्ष की ओर से नीतीश सरकार पर हमला हो रहा था. इसके चलते बिजेंद्र प्रसाद ने अपने बयान से यू-टर्न लिया है. बुधवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह तो हमारी पुरानी मांग है.
यह भी पढ़ें- तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर बोला हमला, कहा- हमारी सरकार बनी तो लेंगे विशेष राज्य का दर्जा
गुरुवार को जदयू कार्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री बिजेंद्र यादव ने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया. बिजेंद्र यादव ने कहा, 'हमने कहां कहा था कि मांग नहीं करेंगे. हमने कहा था थक गए हैं लंबे समय से मांग करते-करते. मनमोहन सिंह की सरकार में भी किए और नरेंद्र मोदी की सरकार में भी किए. लगातार हमलोग मांग कर रहे हैं. यह मैंने कहा था.'
"मैंने तो यह नहीं कहा था कि मांग नहीं करेंगे. हम थक गए हैं. यह शब्द मैंने इस्तेमाल किया था. 2004-2009 तक लालू यादव केंद्र की सरकार में थे. उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलाया? बिहार आज तो नहीं पिछड़ गया है. 2000 में बिहार का बंटवारा हुआ था. लोग विपक्ष में रहते हैं तो बहुत बात उठाते हैं और सरकार में आते हैं तो सब भुला जाते हैं. तेजस्वी यादव की मां मुख्यमंत्री थीं और पिता रेल मंत्री थे. क्यों नहीं विशेष राज्य का दर्जा दिया? आज याद आया है? मांग करना अपनी जगह है. किसी काम को कराना बहुत कठिन है."- बिजेंद्र यादव, मंत्री, योजना एवं विकास विभाग
बता दें कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में हमारा गठबंधन बिहार के 40 में से 39 सीटें जीतता है तो जो भी प्रधानमंत्री होंगे, वे स्वयं पटना आकर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा करेंगे. हम नीति, सिद्धांत, सरोकार, विचार और वादे पर अडिग रहते हैं. हमारी रीढ़ की हड्डी सीधी है. हम जो कहते हैं वो करते हैं.
यह भी पढ़ें- बड़ी खबर: बिहार में फिर से लागू होगा चकबंदी, IIT रुड़की ने पूरा किया सर्वे