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बिहार में ठंड का सितम बढ़ा, लोग बोले- घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल

बिहार में घना कोहरा (Dense Fog in Bihar) छाया हुआ है. अधिकांश हिस्सों में सतह से डेढ़ किलोमीटर ऊपर पछुआ और उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह बना हुआ है. जिस वजह से कंपकंपी बढ़ गई है. मौसम विभाग के अनुसार अभी ठंड और बढ़ेगी.

Bihar Weather Update: प्रदेश में ठंड का सितम बढ़ा, लोगों ने कहा घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल
Bihar Weather Update: प्रदेश में ठंड का सितम बढ़ा, लोगों ने कहा घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल
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Published : Jan 3, 2023, 5:34 PM IST

देखें रिपोर्ट

पटना: इन दिनों बिहार में ठंड (Cold in Bihar) के साथ-साथ कोहरे का भी असर बढ़ गया है. जिस वजह से लोगों को कनकनी भरी ठंड का एहसास हो रहा (Weather Update Cold Increased in Bihar) है. वहीं कोहरे की वजह से यातायात प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले समय में अभी ठंड और बढ़ेगी. न्यूनतम तापमान में और कमी आएगी. ऐसे में लोगों को प्रदेश में अभी ठंड से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. बीते दो-तीन दिनों से जिस प्रकार ठंड गिरनी शुरू हुई है, लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है.

ये भी पढ़ें: गोपालगंज में अहले सुबह बूंदाबांदी के बाद बढ़ी कनकनी, सड़कें हुईं विरान

पशुओं के लिए मुश्किल भरा है ठंड का मौसम: राजधानी पटना की सड़कों पर लोगों ने कहा कि जरूरी काम है तभी घर से बाहर निकल रहे हैं और जल्दी काम खत्म करके सीधे घर जा रहे हैं और कंबल ओढ़ कर बैठ जा रहे हैं. हालांकि जो पशुपालक है उनका कहना है कि ठंड का मौसम पशुओं के लिए काफी मुश्किल भरा मौसम होता है और पशुओं को ठंड से बचाने के लिए विशेष उपाय करने पड़ते हैं.



2 दिनों से प्रदेश में बढ़ा ठंड: आर ब्लॉक के पास हाथों में कंबल और पूरे शरीर पर गर्म कपड़ा पहन कर घूम रहे जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि जरूरी काम है तो घर से बाहर निकले हैं और जल्दी काम खत्म करके घर जाएंगे. उन्होंने बताया कि 2 दिनों से प्रदेश में ठंड बहुत बढ़ गया है और ठंड काफी लग रही है. ठंड से बचाव के लिए उन्होंने घर में अलाव की व्यवस्था करके रखी है. इसके अलावा इस मौसम में वह बेवजह घर के बाहर नहीं निकलते हैं.

''यह मौसम पशुओं के लिए काफी मुश्किल भरा रहता है. इधर 2 दिनों से एक गाय ने खाना छोड़ दिया था. इसलिए कि ठंडे पानी में चारा खिलाना पशुओं को रास नहीं आ रहा था. जिसके बाद गुनगुने पानी में भूसा दाना, चोकर इत्यादि खिलाना शुरू किया है. इसके अलावा तबेले में अलाव की व्यवस्था किए हैं. पशुओं को अलाव जलाकर गर्म रखने के लिए कल ही 20 किलो लकड़ी खरीदा है.'' :- राम बिंद, पशुपालक



"जरूरी काम है तो घर से बाहर निकले हुए हैं नहीं तो इस ठंड के मौसम में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. कुछ दिनों से प्रदेश में ठंड बहुत बढ़ गया है.घर में ठंड से बचने के लिए लकड़ी जलाकर हाथ पैर सेक लेते हैं. गरीबों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की ओर से कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. जरूरी काम से गांव से शहर आए हुए हैं और फिर जल्दी काम खत्म करके गांव लौटेंगे." :- कुशेश्वर राम

तीन से चार डिग्री हो सकती है न्यूनतम तापमान: वही मौसम विज्ञान केंद्र पटना के वैज्ञानिकों का कहना है कि मध्य भारत में एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है. जिसके प्रभाव से अगले दो-तीन दिनों तक प्रदेश में दिन के समय धूप नहीं निकलेगा और इस वजह से लोगों को दिन के समय भी सिहरन भरी ठंड का एहसास होगा. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 2 से 3 दिनों में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखी जा सकती है.

देखें रिपोर्ट

पटना: इन दिनों बिहार में ठंड (Cold in Bihar) के साथ-साथ कोहरे का भी असर बढ़ गया है. जिस वजह से लोगों को कनकनी भरी ठंड का एहसास हो रहा (Weather Update Cold Increased in Bihar) है. वहीं कोहरे की वजह से यातायात प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले समय में अभी ठंड और बढ़ेगी. न्यूनतम तापमान में और कमी आएगी. ऐसे में लोगों को प्रदेश में अभी ठंड से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. बीते दो-तीन दिनों से जिस प्रकार ठंड गिरनी शुरू हुई है, लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है.

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पशुओं के लिए मुश्किल भरा है ठंड का मौसम: राजधानी पटना की सड़कों पर लोगों ने कहा कि जरूरी काम है तभी घर से बाहर निकल रहे हैं और जल्दी काम खत्म करके सीधे घर जा रहे हैं और कंबल ओढ़ कर बैठ जा रहे हैं. हालांकि जो पशुपालक है उनका कहना है कि ठंड का मौसम पशुओं के लिए काफी मुश्किल भरा मौसम होता है और पशुओं को ठंड से बचाने के लिए विशेष उपाय करने पड़ते हैं.



2 दिनों से प्रदेश में बढ़ा ठंड: आर ब्लॉक के पास हाथों में कंबल और पूरे शरीर पर गर्म कपड़ा पहन कर घूम रहे जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि जरूरी काम है तो घर से बाहर निकले हैं और जल्दी काम खत्म करके घर जाएंगे. उन्होंने बताया कि 2 दिनों से प्रदेश में ठंड बहुत बढ़ गया है और ठंड काफी लग रही है. ठंड से बचाव के लिए उन्होंने घर में अलाव की व्यवस्था करके रखी है. इसके अलावा इस मौसम में वह बेवजह घर के बाहर नहीं निकलते हैं.

''यह मौसम पशुओं के लिए काफी मुश्किल भरा रहता है. इधर 2 दिनों से एक गाय ने खाना छोड़ दिया था. इसलिए कि ठंडे पानी में चारा खिलाना पशुओं को रास नहीं आ रहा था. जिसके बाद गुनगुने पानी में भूसा दाना, चोकर इत्यादि खिलाना शुरू किया है. इसके अलावा तबेले में अलाव की व्यवस्था किए हैं. पशुओं को अलाव जलाकर गर्म रखने के लिए कल ही 20 किलो लकड़ी खरीदा है.'' :- राम बिंद, पशुपालक



"जरूरी काम है तो घर से बाहर निकले हुए हैं नहीं तो इस ठंड के मौसम में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. कुछ दिनों से प्रदेश में ठंड बहुत बढ़ गया है.घर में ठंड से बचने के लिए लकड़ी जलाकर हाथ पैर सेक लेते हैं. गरीबों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की ओर से कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. जरूरी काम से गांव से शहर आए हुए हैं और फिर जल्दी काम खत्म करके गांव लौटेंगे." :- कुशेश्वर राम

तीन से चार डिग्री हो सकती है न्यूनतम तापमान: वही मौसम विज्ञान केंद्र पटना के वैज्ञानिकों का कहना है कि मध्य भारत में एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है. जिसके प्रभाव से अगले दो-तीन दिनों तक प्रदेश में दिन के समय धूप नहीं निकलेगा और इस वजह से लोगों को दिन के समय भी सिहरन भरी ठंड का एहसास होगा. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 2 से 3 दिनों में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखी जा सकती है.

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