पटनाः बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर राजधानी की सड़कों पर उतरेंगे. शिक्षक अभ्यर्थियों की मांगों को मुखरता से बुलंद करने वाले शिक्षक अभ्यर्थी अभिषेक कुमार झा ने कहा कि हाल के दिनों में वह लोग जब जब सड़क पर अपनी मांगों को लेकर के उतरे हैं, सरकार ने उन पर लाठी चलाई है. लेकिन इन लाठियों से हमलोग डरने वाले नहीं हैं. हमारा आंदोलन आगे भी जारी रहेगा, जब तक सराकर हमारी मांगे नहीं मान लेती.
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'अपनी बातों से मुकर गए तेजस्वी': छात्र नेता अभिषेक कुमार झा ने कहा कि 2020 में तेजस्वी यादव ने उन लोगों का वोट लिया था, इस शर्त पर कि डोमिसाइल नीति लागू करके उन लोगों को जल्द बहाल किया जाएगा, लेकिन सरकार में आते ही वो पलट गए हैं. विरोध में रहने पर आंदोलन से वार्ता की बातें करते थे और अब सत्ता में आने के बाद और आंदोलन को लाठी की बर्बरता से कुचलना चाहते हैं.
महिला अभ्यर्थियों पर भी चली लाठीः अभिषेक झा ने बताया कि बीते दिनों तमाम शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे तो डाकबंगला चौराहे पर उन लोगों के ऊपर लाठीचार्ज हुआ, जिसमें महिला अभ्यर्थियों को भी लाठियां लगी. फिर शिक्षक भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किए तो उन्हें गिरफ्तार किया गया और आर ब्लॉक पर लाठी चलाई गई. शिक्षक अभ्यर्थियों के डोमिसाइल की मांग को लेकर जब भाजपा ने विधानसभा मार्च का कॉल दिया, इसमें वह लोग सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ सम्मिलित हुए.
फिर सड़क पर उतरेंगे शिक्षक अभ्यर्थी : अभिषेक कुमार झा कहा कि हमलोग दलगत राजनीति के तहत इस विधानसभा मार्च में सम्मिलित नहीं हुए थे बल्कि उनकी मांगों को लेकर विधानसभा का मार्च बुलाया गया था, इसलिए सम्मिलित हुए. इस दौरान भी बर्बर तरीके से लाठी चली. जिसमें सैकड़ों अभ्यर्थी चोटिल हुए हैं. एक लाठी हमारी आंख के पास भी लगी, जिसमें आंख डैमेज होने से बची और चोट आंख पर आई है. बाई आंख के किनारे में चोट लगी है. इन घटनाक्रम से शिक्षक अभ्यर्थी आक्रोशित हैं और जल्द ही एक बार फिर से शिक्षक अभ्यर्थी सड़क पर उतरेंगे.
"सरकार चाहे कितनी भी दमनकारी नीति अपना ले, लेकिन वह लोग लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत रहेंगे. जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है. डोमिसाइल लागू कराना शिक्षक अभ्यर्थियों की प्रमुख मांग है और इस मांग को लेकर एक बार फिर से भारी तादाद में शिक्षक अभ्यर्थी पटना की सड़कों पर उतरेंगे"- अभिषेक कुमार झा, शिक्षक अभ्यर्थी
'सरकार को सुननी पड़ेगी हमारी बातें': अभिषेक झा ने कहा कि सरकार को उन लोगों से वार्ता करनी पड़ेगी और वार्ता के माध्यम से उनकी समस्या का समाधान भी करना पड़ेगा. अगर सरकार शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नहीं लागू करती है तो 2024 और 2025 चुनाव में चुनाव प्रचार के दौरान महागठबंधन नेताओं को शिक्षक अभ्यर्थी और उनके परिवार के लोग घेरने का काम करेंगे.