पटनाः बिहार लोक सेवा आयोग 27 दिसंबर को 66वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन कर रहा है. जिसमें चार लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल होंगे. 600 से ज्यादा पदों के लिए हो रही इस परीक्षा में हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों ने बिहार लोक सेवा आयोग को परीक्षा स्थगित करने और परीक्षा केंद्र में परिवर्तन का अनुरोध किया था. जिसे बीपीएससी ने सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि परीक्षा पूर्व निर्धारित समय से होगी.
बिहार लोकसेवा आयोग की 66वीं संयुक्त पीटी परीक्षा के लिए बीपीएससी ने ऑनलाइन प्रवेश पत्र जारी कर दिया है. प्रवेश पत्र में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को अपने घर से दूर जिले में परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया है. वहीं कोरोना के कारण ट्रेनों की संख्या कम होने और होटल में ठहरने पर संक्रमण का डर अभ्यर्थियों को सता रहा है.
पीटी परीक्षा में शामिल होने वाले एक अभ्यर्थी ने ईटीवी भारत को बताया कि न सिर्फ पुरुष बल्कि महिला और दिव्यांग अभ्यर्थियों को भी बीपीएससी ने घर से काफी दूर परीक्षा केंद्र आवंटित किया है. 27 दिसंबर को होने वाली परीक्षा में एक जिले से दूसरे जिले में अभ्यर्थियों को जाने में परेशानी होगी.
दरअसल ट्रेन और बसों की संख्या काफी कम है और कोरोना वायरस के संक्रमण का भय भी सता रहा है. इसे लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने बिहार लोक सेवा आयोग को ईमेल के जरिए परीक्षा केंद्र परिवर्तित करने और परीक्षा स्थगित करने की मांग की है.
वहीं, शुक्रवार को बिहार लोक सेवा आयोग ने अपने वेबसाइट पर एक सूचना प्रकाशित की है. जिसमें स्पष्ट किया गया है की 66वीं पीटी परीक्षा निर्धारित तारीख 27 दिसंबर को ही होगी. परीक्षार्थियों को अपने आवंटित परीक्षा केंद्र पर ही परीक्षा में सम्मिलित होना होगा. किसी भी स्थिति में परीक्षा केंद्र में परिवर्तन नहीं किया जाएगा.