पटना: बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को महागठबंधन में शामिल भाकपा माले की रैली (CPIML rally in Patna) हुई. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह रैली आयोजित की गयी है. महागठबंधन के घटक दलों ने जहां इस रैली की तरफदारी की, वहीं बीजेपी ने हमला बोला है. भाकपा माले की रैली पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के प्रवक्ता संतोष पाठक कहते हैं कि नीतीश कुमार ने बिहार में अराजक तत्वों की पार्टी राजद या फिर माले को महागठबंधन बनाकर फिर से पुनर्जीवित कर दिया.
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"लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए संविधान को बचाने के लिए भाकपा माले रैली करती है तो इसकी जरूरत है. जनता यह महसूस करती है कि बीजेपी के शासनकाल में लोकतांत्रिक मूल्यों में गिरावट आई है. लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। ऐसे में जनता को जागरूक करना जरूरी है ताकि 2024 बीजेपी मुक्त भारत चाहती है उसे रियलिटी में करके 2024 में बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंके"- डॉक्टर सुनील सिंह, प्रवक्ता, जेडीयू
जनता माफ नहीं करेगी: बिहार में माले की प्रासंगिकता यही रही थी 90 के दशक में लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में भयंकर जातीय उन्माद फैलाया था. जातीय संघर्ष से विकास के कार्यों को डिरेल किया गया था. प्रश्न नीतीश कुमार पर उठेंगे साथ ही साथ लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पर भी प्रश्न उठेंगे. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि आज जब पूरा देश नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इतनी तेज गति से विकास कर रहा है. बगल के उत्तर प्रदेश में 33 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट आ रहा है. उसी दौर में बिहार में जातीय गोलबंदी करके माले या फिर राजद नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को पीछे ले जाने का काम कर रहे हैं. जनता इनको कभी माफ नहीं करेगी.
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रैली की जरूरत थी: जदयू प्रवक्ता डॉ सुनील कुमार सिंह कहते हैं कि भाकपा माले, महागठबंधन का एक अहम घटक दल है. हम साथ में सरकार चला रहे हैं. केंद्र सरकार का जिस तरह का रवैया है वह लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रहार है. केंद्र सरकार लोकतांत्रिक संस्था को ध्वस्त करने का काम कर रही है. प्रेस को लोकतंत्र का चौथा खंभा माना जाता है. बीबीसी को धमकाने के लिए इनकम टैक्स की रेड मारी गई. यह लोकतंत्र पर हमला नहीं तो और क्या है? ऐसे में लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए संविधान को बचाने के लिए भाकपा माले रैली करती है तो इसकी जरूरत है.
रैली सफल रही: रैली पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता चितरंजन गगन कहते हैं, बिहार में जब महागठबंधन बना है तो स्वाभाविक रूप से महागठबंधन में जो भी दल हैं उनका विस्तार हो रहा है. जन समर्थन बढ़ रहा है. जो स्थितियां अभी देश के सामने हैं तो एक संदेश महागठबंधन ने देने का काम किया है. उसका प्रभाव है कि जो भी घटक हैं सब के प्रभाव क्षेत्र में विस्तार हो रहा है. स्वाभाविक रूप से माले के भी प्रभाव क्षेत्र में विस्तार हुआ है. यह रैली काफी सफल मानी जाएगी. इससे महागठबंधन की भी ताकत बढ़ेगी.