ETV Bharat / state

क्राइम कंट्रोल : 2021 के 3 माह में गिरफ्तार हुए 50 हजार अपराधी, मार्च तक दर्ज हुए 69342 केस - bihar crime rate

बिहार के थानों में 2021 के शुरुआती तीन माह में पिछले साल के शुरुआती 3 माह की तुलना में अधिक केस दर्ज किए गए. एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने कहा कि अब पहले की तरह कम एफआईआर दर्ज नहीं हो रहे हैं. पुलिस दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई कर रही है.

Bihar police
बिहार पुलिस
author img

By

Published : May 26, 2021, 8:25 PM IST

पटना: बिहार पुलिस द्वारा अभियान चलाकर अपराधियों की गिरफ्तारी की जा रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पिछले 2 साल के शुरुआती 3 महीने की तुलना में 2021 के शुरुआती 3 महीने (जनवरी, फरवरी और मार्च) में अधिक एफआईआर दर्ज किए गए और गिरफ्तारियां भी सुनिश्चित की गई.

यह भी पढ़ें- आर्मी के पूर्व ट्रेनर देंगे पुलिस जवानों को ट्रेनिंग, ऑटोमेटिक हथियार और ड्रोन कैमरे खरीदने की तैयारी

पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2021 तक 69342 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 49638 लोगों की गिरफ्तारी की गई. 2019 के शुरुआती 3 महीनों में 66662 मामले दर्ज किए गए थे. 2020 के शुरुआती 3 महीने में 62659 मामले दर्ज किए गए थे.

देखें रिपोर्ट
15 मिनी गन फैक्ट्रियों का हुआ खुलासा
2021 के शुरुआती 3 महीनों में 998 देसी हथियार और सात रेगुलर हथियार के साथ 2506 गोलियां बरामद की गईं. अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ अवैध हथियार बनाने वाली 15 मिनी गन फैक्ट्रियों का भी खुलासा किया गया. दरअसल, पुलिस के विशेष इंटेलिजेंस द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार में हथियारों की तस्करी पिछले कुछ दिनों में बढ़ गई है. जम्मू कश्मीर में गिरफ्तार हुए आतंकी के पास से बिहार के मुंगेर जिले में बने हथियार बरामद हुए थे. इसके बाद बिहार पुलिस हथियार तस्करों और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई कर रही है.
हथियार तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही पुलिस

बिहार पुलिस मुख्यालय को लगातार सूचना मिल रही थी कि मुंगेर जिले में बन रहे अवैध हथियार की सप्लाई कई अन्य राज्य यहां तक कि आतंकियों को हो रही है. इसके बाद पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर मुंगेर, लखीसराय समेत अन्य जिले में जहां अवैध हथियार बनाए जाते हैं या तस्करी किए जाते हैं उन जगहों पर छापेमारी कर गिरफ्तारी के साथ-साथ अवैध हथियार बरामदगी के लिए भी मुहिम चलाई जा रही है. अप्रैल में भी एसटीएफ ने कई हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है. मई माह के शुरुआती दिनों में पांच हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया और दो दर्जन अवैध हथियार पकड़े गए.

जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही पुलिस
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा "बिहार पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है. इस वजह से पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि फ्री रजिस्ट्रेशन यानी एफआईआर करने पर जोर दें. इस वजह से एफआईआर की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ रही है. बिहार में हर माह औसतन 20 हजार एफआईआर दर्ज हो रहे हैं. पहले लोगों की समस्या थी कि थाने में उनकी एफआईआर दर्ज नहीं होती थी. उनकी समस्याओं को नहीं सुना जाता था. अब ऐसा बिल्कुल नहीं होता है."

ADG Police Headquarters Jitendra Kumar
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार.

"कोई व्यक्ति अगर अपनी समस्या को लेकर थाना तक पहुंचता है तो उसकी समस्या को सुनकर एफआईआर दर्ज कर अनुसंधान किया जाता है. अनुसंधान के क्रम में अगर कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसपर कार्रवाई की जाती है. बिहार में लॉ एंड ऑर्डर बना रहे इसके लिए लगातार मुहिम के तहत अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है."- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

यह भी पढ़ें- 'यास' तूफान का असर शुरू, बिहार के इन इलाकों में जोरदार बारिश

पटना: बिहार पुलिस द्वारा अभियान चलाकर अपराधियों की गिरफ्तारी की जा रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पिछले 2 साल के शुरुआती 3 महीने की तुलना में 2021 के शुरुआती 3 महीने (जनवरी, फरवरी और मार्च) में अधिक एफआईआर दर्ज किए गए और गिरफ्तारियां भी सुनिश्चित की गई.

यह भी पढ़ें- आर्मी के पूर्व ट्रेनर देंगे पुलिस जवानों को ट्रेनिंग, ऑटोमेटिक हथियार और ड्रोन कैमरे खरीदने की तैयारी

पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2021 तक 69342 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 49638 लोगों की गिरफ्तारी की गई. 2019 के शुरुआती 3 महीनों में 66662 मामले दर्ज किए गए थे. 2020 के शुरुआती 3 महीने में 62659 मामले दर्ज किए गए थे.

देखें रिपोर्ट
15 मिनी गन फैक्ट्रियों का हुआ खुलासा
2021 के शुरुआती 3 महीनों में 998 देसी हथियार और सात रेगुलर हथियार के साथ 2506 गोलियां बरामद की गईं. अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ अवैध हथियार बनाने वाली 15 मिनी गन फैक्ट्रियों का भी खुलासा किया गया. दरअसल, पुलिस के विशेष इंटेलिजेंस द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार में हथियारों की तस्करी पिछले कुछ दिनों में बढ़ गई है. जम्मू कश्मीर में गिरफ्तार हुए आतंकी के पास से बिहार के मुंगेर जिले में बने हथियार बरामद हुए थे. इसके बाद बिहार पुलिस हथियार तस्करों और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई कर रही है.
हथियार तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही पुलिस

बिहार पुलिस मुख्यालय को लगातार सूचना मिल रही थी कि मुंगेर जिले में बन रहे अवैध हथियार की सप्लाई कई अन्य राज्य यहां तक कि आतंकियों को हो रही है. इसके बाद पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर मुंगेर, लखीसराय समेत अन्य जिले में जहां अवैध हथियार बनाए जाते हैं या तस्करी किए जाते हैं उन जगहों पर छापेमारी कर गिरफ्तारी के साथ-साथ अवैध हथियार बरामदगी के लिए भी मुहिम चलाई जा रही है. अप्रैल में भी एसटीएफ ने कई हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है. मई माह के शुरुआती दिनों में पांच हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया और दो दर्जन अवैध हथियार पकड़े गए.

जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही पुलिस
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा "बिहार पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है. इस वजह से पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि फ्री रजिस्ट्रेशन यानी एफआईआर करने पर जोर दें. इस वजह से एफआईआर की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ रही है. बिहार में हर माह औसतन 20 हजार एफआईआर दर्ज हो रहे हैं. पहले लोगों की समस्या थी कि थाने में उनकी एफआईआर दर्ज नहीं होती थी. उनकी समस्याओं को नहीं सुना जाता था. अब ऐसा बिल्कुल नहीं होता है."

ADG Police Headquarters Jitendra Kumar
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार.

"कोई व्यक्ति अगर अपनी समस्या को लेकर थाना तक पहुंचता है तो उसकी समस्या को सुनकर एफआईआर दर्ज कर अनुसंधान किया जाता है. अनुसंधान के क्रम में अगर कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसपर कार्रवाई की जाती है. बिहार में लॉ एंड ऑर्डर बना रहे इसके लिए लगातार मुहिम के तहत अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है."- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय

यह भी पढ़ें- 'यास' तूफान का असर शुरू, बिहार के इन इलाकों में जोरदार बारिश

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.