पटना: कोरोना संक्रमण देशभर में तेजी गति से अपना पांव पसार रहा है. ऐसे में बिहार सरकार कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए डोर टू डोर सर्वे करवा रही है. इस सर्वे को लेकर 6 मई को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ट्वीट करके जानकारी दी. अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि बिहार में अभी तक लगभग 9 करोड़ 25 लाख लोगों का स्कैनिंग कराया जा चुका है. इसके बाद 7 मई को मंगल पांडे ने फिर से ट्वीट कर जानकारी दी कि अब तक 10 करोड़ 11 लाख लोगों का स्कैनिंग का काम पूरा हो चुका है.
ट्वीट को विपक्ष ने बनाया मुद्दा
मंगल पांडे के दोनों ट्वीट को विपक्ष ने मुद्दा बना लिया है. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगल पांडे की ट्वीट पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री को पहले अपनी स्कैनिंग करा लेनी चाहिए. तेजस्वी के ट्वीट के बाद राजद के नेताओं ने नीतीश सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया.
'बालू की भीत पर बनी है सरकार'
इस मामले पर राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई विरेंद्र ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एनडीए की यह सरकार बालू की भीत पर बनी है और चल रही है. सरकार हर दिन झूठे वादे कर रही है और गलत आंकड़े भी पेश कर रही है. जनता को गुमराह करने के लिए सरकार ने दावा किया है कि डोर टू डोर सर्वे करवा रहे हैं. लेकिन अभी तक कोई भी कर्मचारी ना तो हमारे आवास पर आया है और नाही हमारे गांव में जाकर सर्वे का काम किया गया है. इसलिए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जो आंकड़ा पेश कर रहे हैं वह बिल्कुल झूठा है. राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बिहार के लोगों को गुमराह करने के लिए गलत आंकड़ा पेश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सबसे पहले स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को खुद की हेल्थ जांच करवानी चाहिए. तब जाकर आंकड़ा जारी करनी चाहिए.
'आंकड़े को लेकर कालाबाजारी कर रहे मंगल पांडे'
इस मामले को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर कटाक्ष किया है. कांग्रेस के पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर ने मंगल पांडे पर हमला करते हुए कहा है कि सरकार हर दिन नए-नए आंकड़े पेश कर रही है. इससे साफ पता चल रहा है कि सरकार की मंशा क्या है. राजेश राठौर ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि जब आप 2 दिन में दो करोड़ लोगों का स्कैनिंग का काम पूरा करवा चुके हैं. ऐसे में तो बिहार की पूरी आबादी की स्कैंनिंग का काम पूरा हो जानी चाहिए थी. जिस हिसाब से बिहार सरकार आंकड़ा पेश कर रही है. इसको देख कर लग रहा है कि भारत सरकार को इन्हें नोडल पदाधिकारी के रूप में नियुक्त कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में बड़े पैमाने पर लोग कोरोना संक्रमण से संक्रमित हो रहे हैं. सरकार आंकड़े को लेकर कालाबाजारी कर रही है. झूठ बोल रही है. इसलिए हमें लगता है कि स्वास्थ्य मंत्री को पहले अपने दिमाग की जांच करवा लेनी चाहिए.