पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona Infection in Bihar) के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) को एहतियातन 16 जनवरी तक बंद कर दिया गया है. सचिव के निर्देश के मुताबिक सभी समितियों की बैठक भी स्थगित कर दी गई है.
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बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह कुछ दिन पहले कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए थे. हालांकि अब वे ठीक हैं लेकिन परिषद के कई अधिकारी और कर्मचारी अभी भी संक्रमण से जूझ रहे हैं. इसे देखते हुए एहतियातन 11 जनवरी से 16 जनवरी तक विधान परिषद सचिवालय को पूरी तरह बंद कर दिया गया है.
बिहार विधान परिषद के जनसंपर्क अधिकारी अजीत रंजन ने बताया कि सभी समितियों की बैठक भी स्थगित की गई है. ऐसा कोविड संक्रमण की तेज रफ्तार के मद्देनजर किया गया है. उन्होंने कहा कि 17 जनवरी को विधान परिषद कार्यालय खुलेगा और तब सभी काम सुचारू रूप से होंगे.
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सूत्रों के मुताबिक विधान परिषद सचिवालय के कई अधिकारी और कर्मचारी इन दिनों सर्दी-खांसी और बुखार की समस्या से जूझ रहे हैं और वह अपने घर पर ही इलाज करा रहे हैं. इसके पहले विधानसभा सचिवालय को भी कई लोगों के संक्रमित होने की वजह से बंद किया गया था.
आपको बताएं कि बिहार में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में ओमीक्रोन काफी तेज गति से फैल रहा है. संक्रमण के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में रविवार को 5022 नए मामले सामने आए हैं और इससे पहले 21 मई 2021 को 5154 नए मामले सामने आए थे. पटना की बात करें तो बीते 24 घंटे में पटना में सबसे अधिक 2018 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, संक्रमण दर 3% से बढ़कर 21.94% तक पहुंच गई है. कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 16,897 है, जिसमें 315 मरीज प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में एडमिट है. वहीं, 16552 मरीज होम आइसोलेशन में है, 117 मरीज डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल में हैं. वहीं, 52 मरीज डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर में और 76 मरीज कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं. इसके अलावा 70 मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं.
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