पटना: कोरोना वायरस धीरे-धीरे पूरे बिहार में अपना पैर पसार चुका है. विभिन्न सरकारी विभागों और सरकारी उपक्रम में कार्यरत लोगों को अपनी चपेट में लेने के बाद कोरोना गलियारे तक जा पहुंची है. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह और बिहार सरकार में मंत्री विनोद सिंह समेत कई विधायकों में संक्रमण की पुष्टि हुई है.
'कार्यकर्ताओं को दे रहे संक्रमण से बचने के सलाह'
कांग्रेस के वरीय नेता सदानंद सिंह बताते हैं कि कोरोना संक्रमण बिहार ही नहीं पूरे देश में फैला हुआ है. सभापति अवधेश नारायण सिंह समेत कई नेताओं में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है. हम संक्रमण से बचने के लिए लोगों को लगातार जागरूक कर रहे हैं. हमारे क्षेत्र से जो भी हमसे मिलने आता है, पहले उसका थर्मल स्कैंनिग कराया जा रहा है. इसके बाद उसके हाथों को अच्छे से सैनिटाइज करवाया जाता है. जो लोग मास्क पहनकर नहीं आते हैं. उन्हें मास्क भी दिया जा रहा है. कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों से मिलने के दौरान सोशल डिस्टेंसिग का खास तौर से पालन किया जाता है.
वहीं, आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई विरेन्द्र बताते हैं कि विधानसभा चुनाव के कारण राजनीतिक गतिविधियां बढ़ी हुई है. कोरोना ने आरजेडी के वरीय नेता रधुवंश प्रसाद को भी अपने चपेट में ले लिया था. हालांकि, वे अब पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं. हम लोगों और कार्यकर्ताओं से मिलने के दौरान विशेष तौर पर एहितायात बरत रहे हैं.
'हम पार्टी के मुख्य गेट पर लगाया गया है सैनिटाइजर मशीन'
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के विधान पार्षद संतोष मांझी बताते हैं कि वे अपने समर्थकों से आने से मना करते हैं. किसी खास काम के लिए ही वे कार्यकर्ताओं और लोगों से मिलते हैं. अधिकतर काम वे फोन के माध्यम से ही हल करवाने की कोशिश करते हैं. इसके बावजूद जो कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय आते हैं. इस वजह से उन्होंने एहतियात के तौर पर पार्टी के मुख्य गेट पर ही सैनिटाइजर मशीन को लगवाया है. लोगों का थर्मल स्कैनिंग कराने के बाद ही हमलोग उनसे मिलते हैं.
बिहार में तेजी से बढ़ रहा संक्रमण
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण तेजी से बिहार में फैल रहा है. सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने 276 नए संक्रमण के मामले की पुष्टि की. इसके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बिहार में 12 हजार के पार हो गया है. जबकि, इस वायरस के कारण अब तक 90 लोगों की मौत भी हो चुकी है. बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण से पूरी दुनिया प्रभावित हुई है और इसके प्रभाव से राजनीति भी अछूती नहीं है. बिहार की राजनीति पर भी कोरोना का साफ असर नजर आता है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां जारी है. इस वजह से नेताओं में भी संक्रमण की पुष्टि हो रही है. हालांकि, बिहार के सियासी दल इस साल समक्ष रैली से ज्यादा डिजिटल रैली पर जोर दे रही है.