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अपनी ही सरकार पर भड़के BJP प्रदेश अध्यक्ष बोले- सिस्टम फेल, डॉक्टर नहीं उठा रहे फोन

CM नीतीश कुमार को रोजाना विपक्ष के हमले झेलने पड़ रहे हैं. अब राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के सबसे बड़े घटक दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अध्यक्ष संजय जायसवाल ही सरकार पर भड़क गये हैं. उन्होंने कहा है कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. मैं असहाय हो गया हूं.

Sanjay Jaiswal statement
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Published : May 1, 2021, 2:17 PM IST

पटना: विपक्षी दलों के बाद अब सत्तारूढ़ बीजेपी के नेता भी बिहार के स्वास्थ्य ढांचे पर राज्य सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं. बिहार कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए संघर्ष कर रहा है. इसी बीच राज्य सरकार पर विपक्ष के साथ ही गठबंधन सहयोगी भी हमले कर रहे हैं. सांसद और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में बुनियादी सुविधाएं 'चरमरा गई हैं'.

यह भी पढ़ें - कोरोना संक्रमित बीजेपी MLC हरिनारायण चौधरी की मौत, IGIMS मे थे भर्ती

संजय जायसवाल ने कहा, "स्थिति इस स्तर पर पहुंच गई कि डॉक्टर फोन भी नहीं उठा रहे हैं. वे वर्तमान स्थिति में असहाय हो गए हैं. मैंने दूसरी लहर में इतने सारे लोगों को खो दिया है."

"हमने हाल ही में चंपारन में कोविड रोगियों को बचाने के लिए बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था की है. अब, सुविधा बंद होने की स्थिति में पहुंच गई है. हम बेतिया शहर में 90 बेड बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इसमें हम जरूर कामयाब होंगे लेकिन यह पर्याप्त नहीं होगा. कोविड पॉजिटिव लोगों की संख्या 30 प्रतिशत तक पहुंच गई है." - संजय जायसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

'सबसे अच्छा इलाज सामाजिक दूरी और मास्क'
जायसवाल ने कहा, "कोरोना का सबसे अच्छा इलाज सामाजिक दूरी बनाना और मास्क पहनना है. दुर्भाग्य की बात है लोग अभी इस घातक वायरस के खतरे को नहीं समझ रहे और बाजारों में घूम रहे हैं."

यह भी पढ़ें - आरजेडी के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत

इस बीच, आरजेडी ने जायसवाल की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "उनका कोविड ज्ञान और जागरुकता तब कहां थी जब उन्होंने और बीजेपी के अन्य नेताओं ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के लिए प्रचार किया और बड़ी सभाएं आयोजित कीं. क्या चुनाव अभियान के दौरान कोविड का प्रोटोकॉल नहीं टूटा था? बीजेपी राज्य और केंद्र दोनों ही जगह सत्ता में है. उन्होंने कोरोना की पहली लहर से क्यों नहीं सीखा और कोविड से लड़ने के लिए स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे का विकास क्यों नहीं किया."

यह भी पढ़ें- फिलहाल बिहार के 18 से 44 वर्ष की आयु वाले लोगों को नहीं लगेगी वैक्सीन, आज से होनी थी शुरुआत

यह भी पढ़ें- कोरोना से मौत के बाद सिस्टम की संवेदनहीनता, पॉलिथीन में लपेट लोगों ने शव को दिया कंधा

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संजय जायसवाल ने कहा, "स्थिति इस स्तर पर पहुंच गई कि डॉक्टर फोन भी नहीं उठा रहे हैं. वे वर्तमान स्थिति में असहाय हो गए हैं. मैंने दूसरी लहर में इतने सारे लोगों को खो दिया है."

"हमने हाल ही में चंपारन में कोविड रोगियों को बचाने के लिए बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था की है. अब, सुविधा बंद होने की स्थिति में पहुंच गई है. हम बेतिया शहर में 90 बेड बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इसमें हम जरूर कामयाब होंगे लेकिन यह पर्याप्त नहीं होगा. कोविड पॉजिटिव लोगों की संख्या 30 प्रतिशत तक पहुंच गई है." - संजय जायसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

'सबसे अच्छा इलाज सामाजिक दूरी और मास्क'
जायसवाल ने कहा, "कोरोना का सबसे अच्छा इलाज सामाजिक दूरी बनाना और मास्क पहनना है. दुर्भाग्य की बात है लोग अभी इस घातक वायरस के खतरे को नहीं समझ रहे और बाजारों में घूम रहे हैं."

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इस बीच, आरजेडी ने जायसवाल की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "उनका कोविड ज्ञान और जागरुकता तब कहां थी जब उन्होंने और बीजेपी के अन्य नेताओं ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के लिए प्रचार किया और बड़ी सभाएं आयोजित कीं. क्या चुनाव अभियान के दौरान कोविड का प्रोटोकॉल नहीं टूटा था? बीजेपी राज्य और केंद्र दोनों ही जगह सत्ता में है. उन्होंने कोरोना की पहली लहर से क्यों नहीं सीखा और कोविड से लड़ने के लिए स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे का विकास क्यों नहीं किया."

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