पटना: राजधानी पटना में महावीर मंदिर न्यास द्वारा संचालित महावीर वात्सल्य अस्पताल (Mahavir Vaatsalya Aspatal) में बिहार समेत पूरे पूर्वी भारत के पहले प्री टर्म नीकू (NICU) का उद्घाटन बिहार के राज्यपाल फागू चौहान (Governor Phagu Chauhan) ने किया. इस अवसर पर महामहिम ने कहा कि समय पूर्व प्रसव से जन्म लेने वाले और कम वजन के बच्चों के लिए प्री टर्म नीकू बहुत उपयोगी होगा.
ये भी पढ़ें- बोले नीतीश- 'JDU में कौन है जो शक्ति परीक्षण करेगा'
''महावीर मंदिर से जुड़े अस्पतालों ने मानव सेवा को ध्यान में रखकर चिकित्सा के क्षेत्र में काफी उल्लेखनीय कार्य किए हैं और दिनों दिन सेवा का क्षेत्र बढ़ता जा रहा है, जो काफी प्रसन्नता का विषय है. गरीब और लाचार मरीजों के इलाज के लिए महावीर मंदिर द्वारा संचालित अस्पतालों ने पूरे भारत में एक अलग पहचान बनाई है.''- फागू चौहान, राज्यपाल, बिहार
महावीर वात्सल्य अस्पताल, महावीर कैंसर संस्थान, महावीर आरोग्य संस्थान, महावीर नेत्र अस्पताल, महावीर हार्ट हॉस्पिटल के जरिए मानवता की सेवा का काफी पुनीत कार्य किया जा रहा है. राज्यपाल फागू चौहान ने नवनिर्मित प्री टर्म नीकू वार्ड का निरीक्षण भी किया और उन्होने काफी प्रशंसा की. साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों को ध्यान में रख कर की गई ये काफी अच्छी पहल है.
ये भी पढ़ें- जातीय जनगणना पर बोले CM नीतीश- एक बार PM मोदी से मिलने का समय मिल जाए
इस मौके पर महावीर वात्सल्य अस्पताल के शिशु रोग विभाग के हेड डॉ. बिनय रंजन ने बताया कि 18 बेड के इस वार्ड में सभी बेड पर वेंटिलेटर की सुविधा है. जिराफ इन्क्यूबेटर लगाए गए हैं. इनमें समय से पूर्व जन्मे बच्चों को मां के गर्भ जैसी स्थितियां और मानक जैसे तापमान, पोषण आदि दिए जाते हैं. आईवीएफ का चलन बढ़ने से समय पूर्व प्रसव के मामले बढ़े हैं. ऐसे बच्चों को सामान्य बच्चों से अलग विशेष देखभाल के लिए ये वार्ड बना है. 1.5 किलोग्राम से कम वजन के बच्चों को भी उचित पोषण और देखभाल के लिए यहां रखा जाएगा.
इस अवसर पर महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि लाभ को केंद्र में रखकर अस्पताल चलाने की बजाय महावीर मन्दिर द्वारा संचालित अस्पतालों में मानव सेवा के उद्देश्य से कार्य किए जा रहे हैं. महावीर वात्सल्य अस्पताल में बच्चों के लिए पहले से 80 बेड का आईसीयू कार्यरत है. कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए हाल में 60 बेड का विशेष वार्ड बना है.
ये भी पढ़ें- महावीर वात्सल्य अस्पताल को डिग्री कोर्स की मिली मान्यता, अब होगी BPT और DMLT की पढ़ाई
महावीर वात्सल्य अस्पताल का उद्घाटन 2006 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था. नवजात शिशुओं, बच्चों, माताओं का गुणवत्तापूर्ण और कम खर्च में इलाज के उद्देश्य से किया गया था. लेकिन, बाद में लोगों की मांग पर 120 बेड का हड्डी, आंख, दंत, चर्म रोग और जनरल मेडिसिन जैसे विभाग खोले गए. हाल में एडवांस लेप्रोस्कोपिक सर्जरी विभाग ने शुरू किया है. इसी परिसर में महावीर हार्ट हॉस्पिटल के रूप में हृदय रोग का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल भी अच्छे तरीके से चल रहा है. बच्चों के हृदय में जन्मजात छेद के ऑपरेशन यहां हो रहे हैं.