पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सात निश्चय पार्ट 2 में शामिल सब के लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों के नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था को लेकर बनाई गई 'बाल हृदय योजना' की शुरूआत की. मुख्यमंत्री ऐसे 21 बच्चों को हवाई जहाज के द्वारा इलाज के लिए अहमदाबाद रवाना किया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाल हृदय योजना के तहत ऐसे बच्चों के लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना और इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान को चिन्हित किया गया है, जहां जांच की व्यवस्था की गई है और उसके बाद इलाज किया जाएगा.
बिहार के विभिन्न जिलों से बच्चे शुक्रवार को अपने अभिभावक के साथ अहमदाबाद रवाना हुए. जहां उनके दिल के छेद की सर्जरी की जाएगी. हिलसा से आये दिनेश कुमार अपनी तीन साल की बेटी के दिल के छेद की सर्जरी कराने अहमदाबाद जा रहे है. वहीं बेगूसराय से आये अमर कुमार भी अपने बच्चे के इलाज को लेकर आज अहमदाबाद जा रहे हैं.
''नीतीश सरकार की ये योजना अच्छी है. हमलोग गरीब है और इस योजना के तहत हमारे बच्चे ठीक हो जाएंगे. निश्चित तौर पर सरकार हमलोगों को फ्री में भेज रही है, जहां हमारे बच्चे के दिल की सर्जरी होगी.'' - अभिभावक
बिहार बाल ह्रदय योजना की शुरूआत
फिलहाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को इन 25 बच्चों को उनके परिजनों के साथ बच्चों के लिए 5000 रुपये और उनके परिजन के लिए 8000 रुपये मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से उपलब्ध करा कर हवाई जहाज के द्वारा इलाज के लिए अहमदाबाद रवाना किया है.