पटना: देश में कोरोना के कहर के कारण लॉकडाउन है. ऐसे में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक बिहार पहुंच रहे हैं. मजदूरों को रखने लिए सरकार की ओर से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. लेकिन वहां से लगातार हंगामे की खबर सामने आ रही है. इसकं बाद क्वॉरेंटाइन सेंटरों में अनुशासन बनाए रखने की जिम्मेदारी अब थानेदारों को बिहार सरकार ने दे दी है.
दरअसल बिहार सरकार की ओर से बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर से लगातार हंगामे की खबरें सामने आ रही थी. साथ ही कई जिलों में क्वॉरेंटाइन अवधि में रहने वाले लोग सरकार पर सुविधाओं का अभाव का आरोप लगा रहे थे. इसको देखते हुए बिहार सरकार ने अब सभी क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर अनुशासन बनाए रखने की जिम्मेदारी स्थानीय थानेदारों के कंधे पर दे दी है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर की जिम्मेदारी थानेदारों के कंधे
पटना के गर्दनीबाग बालिका मध्य विद्यालय में रह रहे 50 से ज्यादा श्रमिकों की देखभाल बेहतर ढंग से की जा रही है. मौके पर मौजूद क्वॉरेंटाइन सेंटर के सुपरवाइजर और मौजूद पुलिसकर्मी कहते हैं कि यहां अनुशासन बनाए रखने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर है. उन्होंने कहा कि वे अपने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं.
बता दें कि थानेदारों पर पहले से ही कार्य की अधिकता है और इस कारण थानेदार अधिक परेशान रहते हैं. कहीं ना कहीं एक और जिम्मेदारी मिलने के कारण थानेदारों के कंधे पर बोझ बढ़ गया है.