पटनाः बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 15 से 18 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर के गाइडलाइन (Children Covid Vaccination Guideline) जारी कर दी गई है. इसके तहत 3 जनवरी से स्कूलों में बच्चों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. इंटरमीडिएट स्तर तक के स्कूलों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया जाएगा और कैंपस में रंगोली के माध्यम से वैक्सीनेशन के प्रति बच्चों को जागरूक किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें- ETV भारत से बोले स्वास्थ्य मंत्री- 'बिहार में बच्चों का वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज के लिए एक्शन प्लान तैयार'
इन सब को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी जिला के सिविल सर्जन और डीईओ को आदेश जारी किया है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने राज्य के सभी डीएम और सिविल सर्जन के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जो आदेश जारी किया है, उसमें कहा गया है कि अलर्ट मोड पर बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर स्कूलों में तैयारी की जाए और जिस दिन स्कूलों में वैक्सीनेशन हो उस दिन चित्रकला और रंगोली से सेंटर को सजाया जाए.
शिक्षा विभाग की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक वैक्सीनेशन सत्रों का आयोजन प्राथमिकता के आधार पर उच्च एवं इंटरमीडिएट विद्यालय स्तर पर किया जाएगा और यहां छात्रों को क्रमबद्ध तरीके से टीका दिया जाएगा. स्कूलों में जिस दिन टीकाकरण सत्र का आयोजन होगा उस दिन 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित हो इसको लेकर संबंधित विद्यालय अपने स्तर पर टीकाकरण सत्र से कुछ दिन पूर्व शिक्षक और अभिभावक की बैठक करेंगे.
इस दौरान वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता और बच्चों के मन से वैक्सीनेशन को लेकर कोई भ्रम को दूर करने का भी प्रयास किया जाएगा. बताते चलें कि कोरोना के तीसरी लहर में बच्चों के ऊपर खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग ने यह आदेश जारी किया है.
आदेश के अनुसार वैक्सीनेशन के पहले प्रखंड स्तर पर वर्क प्लान तैयार किए जाएंगे. इसके तहत कम से कम समय में सभी रजिस्टर्ड बच्चों को टीका देने के लिए योजना बनाई जा रही है. इसके लिए विद्यालय में आयोजित किए जाने वाले वैक्सीनेशन सेशन में पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेटर और वेरीफायर को लगाया जाएगा. बताते चलें कि आदेश के मुताबिक 15 से 18 वर्ष के बच्चों को केवल कोवैक्सीन का ही टीका दिया जाएगा. जिस विद्यालय में जिस किसी भी दिन वैक्सीनेशन सेशन का आयोजन किया जाएगा, उसके 28 दिन के बाद फिर से दोबारा उस विद्यालय में वैक्सीनेशन सेशन आयोजित कर बच्चों को दोनों डोज लगाया जाएगा.
इसे भी पढ़ें- सावधान! बिहार में कोरोना विस्फोट से बढ़ा 'ओमीक्रोन' का खतरा, जानलेवा साबित हो सकती है लापरवाही
शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार 2007 से पहले जन्म लिए बच्चों का ही टीकाकरण होगा और 15 से 18 वर्ष की आयु वर्ग में आने वाले बच्चों का कोविन पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन 1 जनवरी 2022 से शुरू होगा. इसके अलावा आदेश में साफ है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ वैक्सीनेशन के लिए ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध होगी.
शिक्षा विभाग के आदेश में कहा गया है कि शीतकालीन अवकाश या फिर कोरोना संक्रमण के कारण अगर स्कूल बंद होते हैं तो स्कूलों के बंद होने की स्थिति में संबंधित स्कूल के कैंपस में टीकाकरण सत्र का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए संबंधित स्कूल के शिक्षकों का सहयोग लिया जा सकता है और प्रत्येक प्रखंड के किसी भी एक विद्यालय में 3 जनवरी को बड़े स्तर पर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा.
जिन विद्यालय को टीका केंद्र बनाया जाएगा, वहां लाभार्थियों की संख्या के अनुसार टीका कर्मी और टीका, सिरिंज आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश है. विद्यालयों में टीकाकरण केंद्र बनाए जाने का प्रचार-प्रसार भी करना है और संबंधित विद्यालय में टीकाकरण से 1 दिन पहले बच्चों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जाएगी और टीकाकरण के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी.
टीकाकरण की सफलता के लिए डीएम की अध्यक्षता में स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ बैठक की जाएगी और प्रत्येक विद्यालय स्तर पर एक शिक्षक को नोडल नामित किया जाएगा जो टीकाकरण के लिए बच्चों की सूची तैयार करेंगे और अपनी देखरेख में टीकाकरण अभियान की सफलता सुनिश्चित करेंगे.
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP