पटना : बिहार में मानसून (Monson) काफी सक्रिय है. आकाशीय बिजली से लगातार जान माल की क्षति हो रही है. ऐसे में सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने जान माल की क्षति से बचने के लिए इंद्रवज्र मोबाइल ऐप (Indaravajra Mobile App ) पिछले साल लॉन्च किया था. जिसके प्रचार प्रसार भी काफी जोर शोर किया गया. लेकिन अब ये किसी काम का नहीं रह गया है. इस ऐप को 23 जुलाई 2020 के बाद आज तक अपडेट नहीं किया है. लोगों को सही जानकारी नहीं मिल पा रही है.
विभाग ने ऐप का नहीं कराया अपडेट
बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने पिछले वर्ष जुलाई महीने में इंद्रवज्र एप्लीकेशन को लॉन्च किया था. राज्य के सभी लोगों को इसे डाउनलोड करने के लिए काफी प्रचार- प्रसार किया गया. विभाग ने बताया गया था कि बिजली गिरने से 40 से 45 मिनट पहले यह अलर्ट जारी कर देता है. जिसके बाद फोन में रिंगटोन बजने लगेगा और अलर्ट दिखाया जाएगा. लोगों की शिकायत है कि इस ऐप में सही जानकारी नहीं मिल रही है ना नहीं एप्लिकेशन को अपडेट किया गया है.
'इस एप्लीकेशन का नाम पहली बार सुन रहे हैं उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है.' :- आलोक कुमार, बेऊर पटना
23 जुलाई 2020 के बाद अपडेट नहीं
जब हमने इसकी पूरी जानकारी लेने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने हमारे फोन कॉल को रिसीव नहीं किया. हमने कई बार प्रयास किया लेकिन बावजूद उसके बात नहीं हो पाई. जब हमने एप्लीकेशन में देखा कि अधिक ऑप्शन नहीं दिखा रहे और जब जांचा की आखिर एप्लीकेशन को आखरी बार कब अपडेट किया गया था तो हमने देखा कि 23 जुलाई 2020 के बाद इस एप्लीकेशन को अपडेट नहीं किया गया है.
'इस एप्लीकेशन को डाउनलोड कर रखा था लेकिन इस एप्लीकेशन में कोई सही जानकारी नहीं मिल रही है और ना नहीं अलर्ट. इसे वजह इस एप को मोबाइल से हटा दिया' : श्याम, राजा बाजार पटना
सफेद हाथी बना Indaravajra App
ये कहा जा सकता है ऐप लॉन्च होने के एक वर्ष पूरा होने को है लेकिन अब तक इस एप्लीकेशन में ना कोई बदलाव किए गए और ना ही कुछ विशेष ऑप्शन जोड़े गए. तो कह सकते हैं कि जिस तरीके से इस एप्लीकेशन के लॉन्च होने के बाद विभाग ने प्रचार प्रसार किया था और लोगों से अपील की थी कि से डाउनलोड किया जाए लेकिन खुद विभाग के लोग ही इस ऐप को नहीं देख रहे हैं कि क्या कुछ हो रहा है. एप्लीकेशन काम भी कर रहा है या नहीं.
आपदा प्रबंधन विभाग गंभीर नहीं
तो कह सकते हैं कि अब इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल ना तो लोग कर रहे हैं और ना ही विभाग को इसकी खोज खबर है. पिछले वर्ष भी सैकड़ों लोगों की जान वज्रपात और ठनका गिरने से हुई इस वर्ष भी मौतें हो रही हैं. लेकिन विभाग कोई सुध नहीं ले रहा. अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या अब विभाग की नींद खुलती है और विभाग इसमें कुछ करता है या इसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है.
इस तरह काम करती है Indravajra एप्प :-
- आप Indravajra एप्प को गूगल-प्ले-स्टोर से एंड्रॉयड स्मार्टफोन में डाउनलोड कर उपयोग कर सकेंगे.
- गूगल प्ले-स्टोर पर जाकर आपको सर्च बार में Indravajra सर्च करना होगा.
- एप्प के डाउनलोड होने के बाद आपको अपने मोबाइल नंबर के जरिए इस पर रजिस्ट्रेशन करनी होगी.
- रजिस्ट्रेशन के बाद एप्प आपकी लोकेशन की परमिशन मांगेगी.
- इसके बाद यह एप्प काम करना शुरू कर देगी और आपको लोकेशन के 20 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने से 40-45 मिनट पहले अलर्ट मिल जाएगा.
- अब तक इस एप्प को 1 लाख से अधिक लोगों द्वारा डाउनलोड किया जा चुका है.