पटना : बिहार की आर्थिक अपराध इकाई यानी EOU के द्वारा लगातार साइबर अपराधियों पर नकेल कसने की कवायद चल रही है. आए दिन साइबर फ्रॉड पकड़े भी जा रहे हैं. नए-नए तरीके से साइबर अपराधी फ्रॉड कर रहे हैं. वहीं आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा अवैध कमाई करने वालों पर भी नकेल कसी जा रही है. उसी कड़ी में 18 अभियुक्तों के विरुद्ध कल 13 करोड़ 21 लाख की संपत्ति अधिगृहित करने का प्रस्ताव प्रवर्तन निदेशालय को भेजा गया है.
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जब्त होगी आपराधिक संपत्ति : अभी तक 196 प्रस्ताव ED को भेजा गया है, जिसमें कुल अनुमानित राशि 321.37 करोड़ की अधिक की है. जिस पर अब ED की मुहर लगेगी और संपत्ति अधिगृहित की जाएगी. वहीं अगर हम बात करें तो कल 29 मामलों में 36 अभियुक्तों का 50.51 करोड़ की संपत्ति जप्त की जा चुकी है.
''अभी तक आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा प्रवर्तन निदेशालय को 196 प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं. इसमें 36 अभियुक्तों की संपत्ति जप्त की जा चुकी है. जो की 50. 51 करोड़ रुपए की है. तथा 153 अभी विचाराधीन पड़ा हुआ है, जिसकी अनुमानित संपत्ति 321.37 करोड़ की है. इन लोगों पर भी जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी'' - नैय्यर हसनैन खान, एडीजी ईओयू
ED को भेजा गया प्रस्ताव : बता दें कि आर्थिक अपराध इकाई एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने साफ तौर से बताया है कि आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही हैं. जिसमें पूरे बिहार में मध्य निषेध, आतंकवाद निरोध दस्ते से प्राप्त संगठित अपराध में संलिप्त अपराध कर्मियों द्वारा अपराध जनित संपत्ति को अधिग्रहित किया जा रहा है. उसी कड़ी में लगातार प्रवर्तन निदेशालय को पत्र भी लिखा जा रहा है. जिससे कि अवैध रुप से कमाई गई संपत्ति जैसे बालू माफिया, शराब माफिया एवं अन्य नशे के कारोबारी जो गलत तरीके से काफी धन अर्जित कर लेते हैं, उन लोगों के खिलाफ अब लगातार कार्रवाई की जा रही है.
EOU की कार्रवाई जारी : वहीं, नक्सलियों के द्वारा लेवी वसूला जाता है. अन्य माध्यम से की जाने वाली अवैध कमाई को जप्त करने के लिए 15 प्रस्ताव प्रवर्तन निदेशालय को भेजे गए हैं जिसमें 10 मामलों में 5.5 करोड़ से अधिक की संपत्ति ED द्वारा जप्त भी की जा चुकी है. अन्य अपराध में संयुक्त जैसे हत्या, लूट, डकैती, ठगी, जलसा तथा अन्य कई पैसे कमाने के गलत तरीके से जो लोग अर्जित करते हैं, उन लोगों के खिलाफ अब जोर-शोर से आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा कार्रवाई की जा रही है.
''लगातार हम लोग आपराधिक गतिविधि में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. साइबर अपराधियों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. अवैध तरीके से कमाई गई संपत्ति को भी जप्त करने की कवायद जारी है.''- नैय्यर हसनैन खान, एडीजी ईओयू