पटनाः बिहार के नए डीजीपी आरएस भट्टी (DGP RS Bhatti High Level Meeting In Patna) ने आज राज्य पुलिस मुख्यालय (State Police Headquarters) में सभी बड़े अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की. इस बैठक में बिहार के सभी जोन के आईजी और डीआईजी प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि बेवजह पुलिस किसी व्यक्ति पर लाठीचार्ज न करें. उन्होंने पुलिसकर्मियों को अनुशासन को लेकर रेगुलर ट्रेनिंग करवाने का निर्देश दिया है.
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आरएस भट्टी की हाई लेवल मीटिंग: बिहार के नए डीजीपी आरएस भट्टी ने समीक्षा बैठक के दौरान सभी पुलिसकर्मियों को समन्वय स्थापित कर काम करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जिस जिले के जिस थाने में ज्यादा अपराध की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, उन थानों का वह खुद जाकर समीक्षा करेंगे. जिले के एसपी को निर्देश दिया है कि थानेदारों से समन्वय स्थापित कर काम करें. छोटी-छोटी गलतियों पर उन्हें निलंबित करना कहीं से भी सही नहीं है, उनका भी परिवार है. उसका भी ध्यान रखना है.
"बेवजह पुलिस किसी व्यक्ति पर लाठीचार्ज न करें. पुलिसकर्मियों को अनुशासन को लेकर रेगुलर ट्रेनिंग करवाने की जरूरत है. पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग अति आवश्यक है. इसके लिए जिलों से मास्टर ट्रेनर्स को भी बुलाया जाएगा. पुलिसकर्मियों की यूनिफार्म होनी चाहिए. वह केंद्रीय पुलिस बल की जैसी होनी चाहिए ना कि जैसे-तैसे यूनिफॉर्म पहनकर ड्यूटी करना चालू कर दिया जाए. हर पुलिस लाइन में ट्रेनिंग की व्यवस्था शुरू की जाए ताकि पुलिस कर्मियों को समय पर ट्रेनिंग मिल सके."- आरएस भट्टी, डीजीपी
बोले डीजीपी- 'कोई भी अपना काम दूसरे पर ना थोपे': वहीं जिले के एसपी को निर्देश दिया है कि किसी भी तरह की समस्या को सीधे पुलिस मुख्यालय को नहीं बताएंगे. जिले के डीआईजी और आईजी को बताएंगे और वहां के जिले के डीआईजी और आईजी मुख्यालय आईजी से संपर्क करेंगे. अगर उन्हें किसी भी तरह की पर्सनल शिकायत हो तो वह खुद मुख्यालय आ सकते हैं, उनके लिए दरवाजा खुला हुआ है. सभी जिले के थानेदार को निर्देश दिया है कि उनके थाने में तैनात दारोगा और जमादार पर किसी कार्य को थोपकर छोड़ देना कहीं से भी सही नहीं है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पुलिस लाइन में रह रहे पुलिसकर्मियों को ढंग का खाना और उनके रहने की व्यवस्था कैसी है, इस पर मॉनिटरिंग करना अति आवश्यक है.
आरएस भट्टी ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि आप के नीचे काम कर रहे पुलिसकर्मी अगर गलती करते हैं तो छोटी-मोटी डांट लगाकर छोड़ दें. बाद में उनपर उचित कार्रवाई की जा सकती है. यह नहीं कि डायरेक्ट उन पर तलवार गिरा दी जाए. डीजीपी ने थानेदारों को निर्देश दिया कि केस बंटवारे को लेकर भी समानता लाने की जरूरत है. कुछ लोगों को ज्यादा केस दे दिया जाता है और कुछ पर रहम बरती जाती है, यह बिल्कुल सही नहीं है. हम सभी थानों में घूमकर इस बात का मुआयना करेंगे.
इन पदों पर रह चुके हैं आरएस भट्टी: आर एस भट्टी डीजीपी बनने से पहले पटना के सिटी एसपी भी रह चुके हैं. इसके अलावा वो सिवान, पूर्णिया, बोकारो (अब झारखंड) समेत अन्य कई जिलों में बतौर एसपी अपनी सेवा दे चुके हैं. बाहुबली नेता और सिवान के सांसद रहे मो. शहाबुद्दीन को दिल्ली से गिरफ्तार करके लाने के कारण वो खासा सुर्खियों में रहे थे. इसके अलावा सारण इलाके के दबंग नेता और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और मोकामा के पूर्व विधायक बाहुबली अनंत सिंह के बड़े भाई स्वर्गीय दिलीप सिंह पर इन्होंने अलग-अलग मामलों में शिकंजा कसा था. भट्टी एक कड़क पुलिस ऑफिसर के तौर पर जाने जाते हैं.