पटना: प्रदेश में एक ओर जनता कोरोना संक्रमण से जूझ रही है वहीं बाढ़ ने भी भीषण तबाही मचाई है. कोरोना वायरस की रोकथाम और बचाव के लिए सरकार ने कई बार लॉकडाउन लगाया. सूबे में अभी भी लॉकडाउन जारी है. इस लॉकडाउन के कारण कई उद्योग धंधे चौपट हो गए. इससे कई लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. वहीं समाज के निचले तबके के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए बिहार दलित एसोसिएशन लगातार कार्य कर रहा है और कई छोटे उद्यमियों को इसका लाभ मिला है.
बता दें कि लॉकडाउन के कारण उद्योग जगत को भारी नुकसान हुआ है. हालांकि सरकार द्वारा कुछ छूट मिलने के बाद कार्य शुरू हो चुका हैं. लेकिन अभी भी कई ऐसे उद्योग हैं जो आर्थिक तंगी के कारण बंद पड़े हैं. वहीं छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने और सरकार की योजनाओं का लाभ एससी-एसटी उद्यमियों तक पहुंचाने के लिए बिहार दलित एसोसिएशन लगातार कार्य कर रहा है.
उद्योग को बढ़ाने के लिए दी चल रही विभिन्न योजनाएं
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र पासवान ने बताया कि सरकार द्वारा उद्योग को बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं और रियायतें दी गई है. लेकिन लोगों को इसका पता नहीं चल पाता है. उन्होंने कहा कि हम आपके चैनल के माध्यम से सभी उद्यमियों से अनुरोध करते हैं कि जिन लोगों ने उद्यमी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वह तुरंत कराएं. इसमें उन्हें हर सुविधा दी जाएगी और प्रोसेसिंग भी माफ होगा.
15 एमएसएमई को एसोसिएशन द्वारा मिला लाभ
उन्होंने बताया कि लैंड परचेसिंग, बिल्डिंग वॉल, एडवरटाइजिंग, प्लानिंग सहित अन्य सभी सुविधाएं उद्यमियों को दी जाएगी. गया ,नवादा औरंगाबाद सहित कई जिलों के अब तक 15 एमएसएमई को एसोसिएशन द्वारा लाभ दिलाया गया है. वहीं दूसरे फेज में ढाई सौ एमएसएमई को इसका लाभ मिलेगा. हमारी कोशिश है कि कम से कम समय में अधिक से अधिक लाभ उद्यमियों को मिले. जिससे उद्योग जगत को बढ़ावा मिले.