पटनाः चीन, अमेरिका सहित विश्व के अन्य देशों में अचनाक से एक बार फिर से कोरोना महामारी डराने लगी है. कोरोना के बढ़ते मामले के बाद भारत सरकार की ओर से अलर्ट के साथ ही बिहार सरकार भी एक्टिव मोड में आ गई है. बीते 24 घंटे में कोविड के कोई नये मरीज नहीं मिले हैं. पूर्व से दरभंगा में 2 और गया में एक कोविड एक्टिव मरीज हैं. कोविड प्रॉटोकॉल के तहत उनका इलाज जारी है.
ये भी पढ़ें-Covid Alert: पटना एयरपोर्ट पर सब कुछ 'भगवान भरोसे', नहीं शुरू हुई कोविड टेस्टिंग
दरभंगा और गया में है एक्टिव मरीजः स्वास्थ्य विभाग की ओर से 22 दिसंबर को जारी COVID-19 अपडेट में बताया गया (COVID situation in Bihar) है कि 21 दिसंबर को 46510 लोगों का कोविड जांच किया गया. इस दौरान एक भी मरीज कोविड पॉजिटिव नहीं पाया गया है. अब तक राज्य में कोविड से 851365 लोग पॉजिटीव हो चुके हैं. 839059 कोविड पीड़ित स्वस्थ हो चुके हैं. एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के फैलने के मामले के बाद इसको लेकर लोग बिहार का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड (Bihar alert on corona cases) में हैं.
आंकडों में बिहार में कोरोना का हालः
बीते 24 घंटे में किये गये कोविड जांच-46510
बीते 24 घंटे में पाये गये कोविड संक्रमित-0
वर्तमान में एक्टिव कोविड मरीजों की संख्या-3
अब तक कोविड से मौतों की संख्या-12302
पूर्व में कोविड संक्रमित की संख्या-851365
कोरोना एक्टिव मरीज वाले जिले- दरभंगा और गया
फिजिकल डेस्टेंसिंग का करें पालन
कोविड के दोनों डोज के साथ बुस्टर डोज लें
परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर रखें नजर
घर से बाहर मास्क का करें प्रयोग
हाथों को नियमित अंतराल पर करें सेनेटाइज
समय-समय पर बॉडी टेंपरेचर चेक करें
समय-समय पर ऑक्सीजन लेवल की जांच करें
संक्रमण का शंका होने पर डॉक्टर से संपर्क करें
शंका होने पर रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) किट से स्वयं कर सकते हैं जांच
ये लोग बरते विशेष सावधानी
60 साल से अधिक उम्र के लोग
हृदय रोग पीड़ित मरीज
टीबी रोग पीड़ित मरीज
डायबटीज पीड़ित मरीज
लंग्स रोग से पीड़ित मरीज
किडनी से पीड़ित मरीज
लीवर रोग से पीड़ित मरीज
नीतीश बोले- 'हम पहले से अलर्ट' : इससे पहले बुधवार को केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को नई एडवाइजरी जारी की है. जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना को लेकर हम लोग पहले से सक्रिय (COVID situation in Bihar) है. कोरोना की जांच हम लोगों ने बंद नहीं (Bihar alert on corona cases) की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, जितनी संख्या में बिहार में कोरोना की जांच हुई है, उतनी शायद कहीं और नहीं हुई है. अकेले बिहार में सिर्फ आठ लाख जांच हुई है और पूरे देश में करीब साढ़े 6 लाख. बिहार में कोरोना का जांच और टीका (वैक्सीनेशन) सबसे ज्यादा किया जा रहा है. बिहार में केस कम है.'
तेजस्वी यादव बोले- डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Health Minister Tejashwi Yadav) ने कहा कि सब कुछ काबू में है. सीएम नीतीश कुमार के साथ ही हम सभी भी रेगुलर बेसिस पर आ रहे रिपोर्ट पर अपनी नजर रखे हुए हैं. बिहार में तीन ही एक्टिव केस (Tejashwi Yadav On corona cases in bihar) हैं. फिलहाल घबराने की कोई बात नहीं है.
सिंथेटिक मास्क पहनने से बचेंः कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ काफी संख्या में लोग सड़कों पर सिंथेटिक मास्क पहनकर घूमते नजर आ रहे हैं. लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि अभी जिस प्रकार से पटना में संक्रमण फैला हुआ है, उसमें सिंथेटिक मास्क कारगर नहीं है. कम से कम लोग सर्जिकल मास्क का ही प्रयोग करें. सर्जिकल मास्क, N95 मास्क या फिर कॉटन मास्क ही इस्तेमाल करना चाहिए. डॉक्टरों के अनुसार अगर कोई कॉटन कपड़े का मास्क पहनते हैं तो कम से 2 लेयर का मास्क का उपयोग करें.
मास्क जहां-तहां न फेंकेःकई लोग सर्जिकल मास्क को धोकर पहनते हैं. यह बिल्कुल गलत है और ये मास्क धोने के बाद किसी काम का नहीं रह जाता. डॉक्टरों के अनुसार सर्जिकल मास्क जो लोग पहनते हैं, वे सड़क पर इधर-उधर कहीं भी सर्जिकल मास्क ना फेंके. कई बार ऐसा होता है कि सड़क पर कचरा चुनने वाले या फिर गरीब नादान लोग धावा दल के गश्ती टीम से बचने के लिए उसी मास्क को उठा कर प्रयोग कर लेते हैं. यह और अधिक हानिकारक हो सकता है. सर्जिकल मास्क या कॉटन मास्क को यूज करने के बाद फेंके तो उसे अच्छी तरह डिस्ट्रॉय करें, ताकि फिर इसे कोई रीयूज ना कर सके.