पटना: एक निजी चैनल के पत्रकार अर्णब गोस्वामी पर बिहार प्रदेश कांग्रेस ने एफआईआर दर्ज करवाते हुए गिरफ्तारी और उनकी पत्रकारिता निबंधन रद्द करने की मांग की है. मामले में कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने गर्दनीबाग थाने में पत्रकार पर एफआईआर दर्ज करवायी है.
एफआईआर में कौकब ने पत्रकार पर आरोप लगाते हुए लिखा, 'पत्रकारिता की मर्यादा तार-तार कर महिलाओं का अपमान व संवैधानिक पदों पर रह चुकी वर्तमान सांसद कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी पर अशोभनीय, ओछी टिप्पणी करने वाले अर्णब गोस्वामी पर एफआईआर कर तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
'पत्रकार को भेजा जाए जेल'
बिहार प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कांग्रेजनों का आह्वान करते हुए कहा कि पत्रकारिता चमकाने के लोभ में मर्यादाहीन हुए, अर्णब गोस्वामी ने देश के संविधान की आत्मा को मारने का प्रयत्न कर देशद्रोह की श्रेणी का अपराध किया है व पूरी पत्रकारिता जगत को कलंकित किया है. ऐसे पत्रकार के नाम पर मुकदमा चले और इनके पत्रकारिता के निबंधन को रद्द कर सारी सुविधाएं, सरकार अविलम्ब वापस ले. पत्रकार को जेल भेज आगे की कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
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पहचान की भूख- कौकब कादरी
कांग्रेस नेता कौकब कादरी ने कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी से देश परेशान है. भारत में जहां सरकार, प्रधानमंत्री, सभी राजनैतिक दल एकजुट होकर कोरोना खतरे से लड़ने की बात कर रहे हैं. वहीं, पहचान के भूखे अर्णब गोस्वामी को सांप्रदायिक तनाव फैलाने, महिलाओं का अपमान करने, देशद्रोह व संविधान की धज्जियां उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. इन्हें इसकी सजा मिलनी चाहिए.
क्या है मामला
दरअसल, पत्रकार अर्णब गोस्वामी पर जानलेवा हमला किया गया. इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई. उसके बाद पत्रकार ने बताया कि उनके सिक्यॉरिटी पर्सन ने पीछा कर हमलावरों को पकड़ा और बताया कि वे कांग्रेस के कार्यकर्ता थे. पत्रकार ने इस हमले के लिए यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और वाड्रा फैमिली को जिम्मेदार ठहराया. जिसको लेकर कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने अर्णब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी है.