पटना: जातीय जनगणना पर सुप्रीम कोर्ट में केंद्र के हलफनामे के बाद विपक्षी दलों को हमला करने का बड़ा मौका मिल गया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि जाति आधारित गणना पर केंद्र सरकार ने जिस प्रकार सुप्रीम कोर्ट में सुबह कुछ और हलफनामा दायर करती है और आधे समय के बाद कुछ और हलफनामा दायर करती है, इससे बीजेपी चाल-चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरुआत से ही कास्ट सेंसस में अड़ंगा डालने की कोशिश कर रही है. वहीं, गणना और सर्वे में अंतर के सवाल पर कहा कि बीजेपी यदि ऐसा सोचती है कि सिर्फ वही सही है तो फिर भगवान ही मालिक है.
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"जाति जनगणना पर बीजेपी का चाल-चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है. हमलोग तो शुरू से ये बात कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार नहीं चाहती है कि जातीय जनगणना हो. कल जो सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया गया, जिसमें पहले हाफ में कुछ और दूसरे हाफ में कुछ और दिया गया, उसके बाद साफ हो गया कि भारतीय जनता पार्टी ही रुकावट डाल रही थी"- अखिलेश प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, बिहार कांग्रेस
इंडिया गठबंधन की बैठक पर क्या बोले?: अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि मुंबई में होने वाली इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक में संयोजक और 11 सदस्यीय सेक्रेटेरिएट टीम की घोषणा हो जाएगी. उन्होंने कहा कि वह यह उम्मीद करते हैं कि इन सभी बातों की और यह टीम कैसे काम करेगी इसकी घोषणा इस बैठक में हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इस बैठक से उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन की पॉलिटिकल एक्टिविटीज कैसे क्रियान्वित होगी, इसकी रूपरेखा भी तैयार होगी. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के इंडिया गठबंधन के संयोजक बनाए जाने के सवाल पर कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है.
नीतीश कुमार होंगे पीएम उम्मीदवार?: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अभी प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तय नहीं हो रहा है. पहले मोदी सरकार की विदाई हो, उसके बाद सब कुछ तय होगा. वहीं जेडीयू की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश को पीएम कैंडिडेट बताने पर अखिलेश सिंह ने कहा कि इसमें क्या बुराई है. हालांकि अभी ये तय नहीं होना है. चुनाव बाद सभी दलों के बड़े नेता मिलजुल कर नाम पर फैसला लिया जाएगा.