पटना: राजधानी पटना में आज गुरुवार 12 अक्टूबर को लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक प्रेस वार्ता करके नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि जातीय गणना के आंकड़े नीतीश कुमार के लिए एक आईना है. नीतीश कुमार इस आईने में अपने आप को देख लें, कि पिछले 18 वर्षों में बिहार के लिए क्या काम किए हैं. इसी आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग कर रहा हूं.
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"जातीय जनगणना की रिपोर्ट पेश की गयी. अति पिछड़ा वर्ग की लगभग 36 प्रतिशत आबादी दिखाई गई है. लेकिन इस वर्ग से कोई भी मुख्यमंत्री नहीं बना है. जब देश में दलित राष्ट्रपति बन सकती हैं तो फिर इस आधार पर बिहार का मुख्यमंत्री अति पिछड़ा समाज का क्यों नहीं हो सकता है."- चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोजपा रामविलास
चिराग ने नीतीश से की मांग: चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि इतनी बड़ी आबादी को नीतीश कुमार अछूत कर रखा है. अगर सही में मुख्यमंत्री इस जातीय गणना का लाभ बिहार को देना चाहते हैं, तो अभी अपने पद से इस्तीफा दे दें और अति पिछड़ा वर्ग से किसी को मुख्यमंत्री बना कर मिसाल पेश करें. अगर नीतीश कुमार ऐसा नहीं कर सकते हैं तो तत्काल प्रभाव से उपमुख्यमंत्री इन तमाम जातियां से बनाने का काम करें.
एनडीए के समय दो उपमुख्यमंत्री थाः चिराग ने कहा कि मुसलमानों की इतनी बड़ी संख्या है तो क्या एक उपमुख्यमंत्री मुसलमान से नहीं बन सकता है. दूसरा डिप्टी सीएम किसी अति पिछड़ा वर्ग से बन सकता है. पर ऐसे क्यों नही कर रहे हैं. उन्होंने कहा की यह लोग भाजपा को गाली देते हैं लेकिन बिहार में जब एनडीए की सरकार बनी थी तो उसे समय बिहार में दो उपमुख्यमंत्री बने थे. नीतीश कुमार को जातीय जनगणना के हिसाब से बिहार में दोबारा मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाहिए.
पीठ थपथपा रहे हैं नीतीशः चिराग ने कहा कि जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागीदारी हमारे पिता रामविलास पासवान पहले से कहा करते थे. उसी को आज दोहराया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने जातीय जनगणना कराकर अपना पीठ थपथपाने का काम कर रहे हैं. अगर जातीय जनगणना को लेकर अब विपक्षी दल अलग-अलग राज्यों में चुनाव को देखते हुए घोषणा कर रहे हैं कि हम अपनी राज्य में चुनाव कराएंगे. बिहार आकर देख लें की गणना किस तरीके से कराया गया है.
हाजीपुर सीट पर रारः वहीं चिराग पासवान से हाजीपुर सेट को लेकर के सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हाजीपुर सीट को लेकर बात आगे तक चली गई है. समय आने पर चाचा पशुपति पारस खुद ही पीछे हट जाएंगे. बता दें कि हाजीपुर लोकसभा सीट पर चिराग पासवान और पशुपति पारस दोनों ही दावेदारी ठोक रहे हैं. दोनों नेता खुद को रामविलास पासवान का उत्तराधिकारी बता रहे हैं.
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