पटनाः बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित होने वाली मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2023 (Bihar Board Matric Exam 2023) आज से शुरू होगी. कदाचारमुक्त परीक्षा को लेकर समिति द्वारा सभी आवश्यक उपाय किए गए है. इस साल परीक्षा में 16.37 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. समिति के मुताबिक, परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट पहले केंद्र में प्रवेश लेना होगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस बार परीक्षा में लड़कों से अधिक लड़कियां शामिल हो रही हैं. इस वर्ष राज्यभर में 1500 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
जूता मोजा पहनकर जाने पर प्रतिबंधः इंटर परीक्षा 2023 के पैटर्न पर मैट्रिक में भी परीक्षार्थियों को एक विशेष पहचान देने के लिए यूनिक आईडी जारी किया गया है. 22 फरवरी तक चलने वाली मैट्रिक की परीक्षा में पृक्षार्थियों के जूता मोजा पहनकर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. सभी जिलों में दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी, सुपर जोनल दंडाधिकारी तैनात रहेंगे. प्रत्येक केंद्र पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की भी प्रतिनियुक्ति की गई है. इसके अलावा सभी केंद्रों पर धारा 144 लागू की गई है. सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. पटना में करीब 70 हजार परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे, जिनके लिए 71 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
परीक्षा से आधा घंटा पहले पहुंचना जरूरीः मैट्रिक परीक्षा प्रथम पाली सुबह 9:30 बजे से शुरू होगी और 12:45 बजे तक चलेगी. दूसरी पाली की परीक्षा 2:00 बजे से शुरू होगी और 5:15 बजे तक चलेगी. प्रथम पाली में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर सुबह 9:00 बजे तक प्रवेश कर जाना होगा. द्वितीय पाली में परीक्षा देने वाली परीक्षार्थियों को दिन के 1:30 बजे तक परीक्षा हॉल में प्रवेश कर जाना होगा. परीक्षा हॉल के अंदर इंटरमीडिएट परीक्षा के तर्ज पर परीक्षार्थियों का जूता पहनकर प्रवेश वर्जित है. इसलिए बिहार बोर्ड ने अपील की है कि परीक्षा हॉल में जाने के क्रम में चप्पल या सैंडल का प्रयोग करें.
सभी जिलों में चार-चार मॉडल केंद्रः मैट्रिक परीक्षा के दौरान पूरे प्रदेश में सभी जिलों में चार-चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. मॉडल केंद्र में सभी छात्राएं होंगी. इन केंद्रों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी वीक्षक समेत सभी सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं होंगी. पटना जिले में चार मॉडल परीक्षा जिसमें राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बांकीपुर, राजकीय बालिका उच्च विद्यालय गर्दनीबाग, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय शास्त्री नगर और कमला नेहरू बालिका उच्च विद्यालय यारपुर शामिल हैं.
डिजिटल घड़ी नहीं पहनना हैः सभी परीक्षा केंद्रों पर दो स्तर पर फ्रिस्किंग और तीन स्तर पर मजिस्ट्रेट की तैनाती होगी. परीक्षार्थियों को सिर्फ सुई वाली घड़ी पहन कर ही परीक्षा हॉल में जाना है. किसी प्रकार का डिजिटल घड़ी नहीं पहनना है. सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परीक्षा होगी. प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक शिक्षक की तैनाती की गई है.
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की मनाहीः पूर्व की भांति 100% अतिरिक्त प्रश्न दिए जाएंगे. मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन 14 फरवरी को गणित विषय की परीक्षा आयोजित की गई है. परीक्षा के दौरान 10 सेट के क्वेश्चन पेपर तैयार किए गए हैं ताकि क्वेश्चन पेपर वायरल होने जैसी समस्या को कंट्रोल किया जा सके. परीक्षा हॉल के अंदर यदि कोई परीक्षार्थी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट व्हाइटनर और इरेज़र लेकर जाता है तो पकड़े जाने पर विद्यार्थी को परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा.
16.37 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगेः इस बार 16.37 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिसमें छात्राओं की संख्या 831213 और छात्रों की संख्या 803201 है. मैट्रिक परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही है. इस व्यवस्था के अंतर्गत प्रथम पाली में कुल 825121 परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे. जिसमें छात्राओं की संख्या 416960 और छात्रों की संख्या 408161 होगी. दूसरी पाली में 812293 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे जिसमें छात्राओं की संख्या 414253 और छात्रों की संख्या 398040 होगी. पटना जिले में 71 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. कुल 70930 परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे जिसमें पहली पाली में 36112 परीक्षार्थी हिस्सा लेंगी. छात्राओं की संख्या 18987 और छात्रों की संख्या 17125 होगी. दूसरी पाली में 34818 परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे जिसमें छात्राओं की संख्या 18408 और छात्रों की संख्या 16410 होगी.