पटना: बिहार भाजपा में बड़े बदलाव के संकेत हैं. बिहार में गठबंधन का स्वरूप बदलने के बाद से भाजपा नए सिरे से पार्टी को मजबूत करने में जुटी है. अति पिछड़ा समुदाय से आने वाले नेता विनोद तावड़े को बिहार प्रभारी (Bihar BJP state incharge Vinod Tawde) बनाया गया है. विनोद तावड़े 3 दिनों के बिहार दौरे पर हैं. और कार्यकर्ताओं के साथ लगातार मंथन कर रहे हैं. विनोद तावड़े ने कोर कमेटी में शामिल नेताओं के साथ बैठक की. खासबात यह रही कि शुक्रवार को विनोद तावड़े ने बिहार बीजेपी कोर कमेटी के नेताओं के साथ सामूहिक रूप से बैठक (Bihar BJP Core Committee Meeting) करने के बजाय वन-टू-वन बातचीत की और नेताओं से अलग-अलग फीडबैक लिया.
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बिहार की रणनीति पर चर्चा: बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष (Bihar BJP State President) को लेकर भी बिहार प्रदेश प्रभारी ने नेताओं से रायशुमारी की. प्रदेश अध्यक्ष किस जाति का हो और किस चेहरे पर दांव लगाया जाए इसे लेकर भी नेताओं से अलग-अलग विमर्श किए गए. आपको बता दें कि बिहार भाजपा के कोर कमेटी में कुल 18 सदस्य हैं. विनोद तावड़े ने आज मुजफ्फरपुर प्रमंडल के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक किया और कार्यकर्ताओं को टिप्स दिए. भविष्य के कार्यक्रम पर भी कार्यकर्ताओं से विमर्श किया. रविवार को बिहार भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पटना और शाहाबाद प्रमंडल के कार्यकर्ताओं के साथ विनोद तावड़े बैठक करेंगे. बैठक में तमाम जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे. बैठक के जरिए भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा होगी.
''बिहार प्रभारी विनोद तावड़े 3 दिनों के प्रदेश दौरे पर हैं. कार्यकर्ताओं से वह एक ओर परिचय कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कोर कमेटी के नेताओं के साथ विमर्श भी कर रहे हैं. भविष्य के कार्यक्रम को लेकर भी उन्होंने मंथन किया.''- विनोद शर्मा, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता
प्रदेश अध्यक्ष को लेकर हुई रायशुमारी: भाजपा प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा है कि बिहार प्रभारी विनोद तावड़े 3 दिनों के बिहार दौरे पर हैं. कार्यकर्ताओं से वह एक ओर परिचय कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कोर कमेटी के नेताओं के साथ विमर्श भी कर रहे हैं. भविष्य के कार्यक्रम को लेकर भी मंथन किया.
वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र प्रियदर्शी का मानना है कि बिहार प्रभारी विनोद तावड़े कई एजेंडे के तहत बिहार आए हैं. प्रदेश अध्यक्ष को लेकर नेताओं से रायशुमारी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव से कैसे लोहा लेना है इस पर भी मंथन जारी है. विधानसभा उपचुनाव को लेकर भी विनोद तावड़े पदाधिकारियों के साथ रणनीति तैयार कर रहे हैं.