पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये गये शोक प्रस्ताव के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ. माले के सदस्यों ने गाजा में मरे लोगों के प्रति भी शोक प्रस्ताव पढ़ने की मांग कर हंगामा शुरू कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष की ओर से उस समय 1 मिनट का मौन रखने की घोषणा की गई. सभी सदस्य खड़ा थे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सभी मंत्रीगण. लेकिन माले के सदस्य लगातार हंगामा करते रहे.
भाजपा ने आपत्ति दर्ज करायीः माले सदस्यों के रवैया पर भाजपा ने कड़ी आपत्ती दर्ज की. भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक रामसूरत राय ने कहा कि पिछले 8 साल से विधानसभा हम आ रहे हैं कभी भी शोक प्रस्ताव के दौरान इस तरह से हंगामा नहीं हुआ है. भाजपा के विधायक ने कहा कि भाकपा आतंकवादी का समर्थन कर रहा है. इतना ही माले के लोगों को चिंता है तो वहां जाकर उनके लिए लड़ाई लड़े.
"गाजा में एक तरफ हमला हो रहा है. जो लोग वहां मारे गये हैं उनके लिए शोक प्रस्ताव की बात कही गई है तो कुछ भी गलत नहीं कहा गया है."- महानंद सिंह, वहीं विधायक, भाकपा माले
कांग्रेस ने घटना की निंदा कीः राजद के विधायक निहालुद्दीन ने भी कहा कि हम भी शोक प्रस्ताव की मांग करते हैं. लेकिन कांग्रेस के विधायक संतोष कुमार मिश्र ने कहा जो घटना हुई इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिये. शोक प्रस्ताव के दान विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने अर्जुन मुंडा का भी नाम ले लिया था, इसके कारण सदन के सभी सदस्य हक्के-बक्के भी रह गए. विधानसभा अध्यक्ष ने तुरंत सुधार कर अर्जुन मंडल पढ़ा, तब सदस्य हंसने लगे.
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