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'देश छोड़ अईनी माई, करे ला पढ़ाई, बबुआ के बुला ले..' भोजपुरी गायक अकाश मिश्रा से सुनें यूक्रेन में फंसे लोगों का दर्द

किसी देश में चल रहे युद्ध के हालात को शब्दों में बयां करना आसान नहीं है.... ये वही लोग जानते हैं, जो इस आपात स्थिति से जूझ रहे होते हैं. रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच भी चल रही जंग के बीच हमारे भारत के कई नौजवान जो पढ़ने गए थे, यूक्रेन में फंसे हुए हैं और भारत आने के लिए तड़प रहे हैं. उन्हीं के दर्द को इस भोजपुरी गायक ने बड़े ही मार्मिक अंदाज में पेश किया है. एक बार जरूर सुनें...

भोजपुरी गायक अकाश मिश्रा
भोजपुरी गायक अकाश मिश्रा
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Published : Mar 4, 2022, 2:05 PM IST

Updated : Mar 4, 2022, 7:54 PM IST

पटनाः 'देश छोड़ अईनी माई करे ला पढ़ाई, सोचनि ना कबो अइसन दिनवा भी आई, कुछो नईखे सूझत अब हमारा बरेन में... बबुआ के बुला ले रे माई फसल बानी यूक्रेन में'... भोजपुरी गीत की ये पंक्ति मां और बेटे के बीच हो रही बातों को इस अंदाज में बंया कर रही है, जिसे सुनकर शायद आप के आंखों से भी आंसू आ जाएं. ये गीत भोजपुरी गायक अकाश मिश्रा (Akash Mishra Sang A Song For People Stranded In Ukraine) ने यूक्रेन में फंसे उन हजारों भारतीयों के लिए गाया है, जो अब तक भारत नहीं लौट पाए हैं. ये उन भारतीयों की आपबीती है जो अपनी मां को फोनकर अपना हाल बता रहे हैं... क्योंकि मुसिबत के वक्त अगर सबसे ज्यादा किसी की याद आती है, तो वो मां ही होती है.

ये भी पढ़ेंः तिरंगे की ताकत: बोले बिहार लौटे तुषार- तिरंगा झंडा देख रूस-यूक्रेन की सेना ने दिया रास्ता

दरअसल, रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद अब वहां की स्थिति बेहद खराब हो गई है. यूक्रेन के कई शहरों में लोग डरे सहमे हुए हैं, फंसे हुए हैं. हमले के बीच लोगों में खौफ का माहौल है. मौत के बादल सिरों पर मंडरा रहे हैं. हमारे देश के नागरिकों को लाने में केंद्र सरकार पूरी कोशिश में लगी है. लेकिन कई लोग अभी भी फंसे हुए है.

ये भी पढ़ेंः यूक्रेन से लौटी सहरसा की अताखा, बोली- हालात हैं बेहद खराब, भूख से तड़प रहे हैं छात्र

गीतों के जरिए बयां किया भारतीयों का दर्दः जो लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं, उन पर क्या कुछ बीत रही है. उनके मन में किस तरह के डर हैं और उनके परिजनों को कैसा लग रहा है. इन सब को भोजपुरी गायक अकाश मिश्रा ने अपने गीतों के जरिए बयां किया है. एक बेटा अपनी मां से विदेश में फंसे होने पर क्या कुछ कहता है. गायक ने अपनी आवाज में उन लोगों के दुख-दर्द को साझा किया है.

'देश छोड़ अइनी माई करे ला पढ़ाई, सोचनि ना कबहो अईसन दिनवा भी आई, कुछो नईखे सूझत अब हमारा बरेन में, बबुआ के बुला ले रे माई फसल बानी यूक्रेन में. डरल बा जियवा, हमला करल बा रसिया, गांव में ही रह के खईंती भईल रोटी बसईया... लाख रुपया कहां से दे आईं प्लेन में.. बबुआ के बुला ले रे माई फसल बानी यूक्रेन में'

इस गीत में एक बेटा अपनी मां से कहता है कि देश छोड़ के पढ़ाई करने आया था, लेकिन ऐसा कभी नहीं सोचा था कि ये दिन भी आएगा. मां मुझे अपने घर बुला ले, मैं यहां यूक्रेन में फंस गया हूं. बासी रोटी खाके गांव में ही अच्छा रहूंगा. लाख रुपया भी नहीं है कि प्लेन से आ संकू.

ये भी पढ़ें-Russia Ukraine War: यूक्रेन से घर लौटी 10 बेटियां, माता-पिता से लिपट कर बोलीं- भगवान ने बचा लिया

बता दें कि अकाश मिश्रा (Bhojpuri Singer Akash Mishra) एक भोजपुरी गायक हैं और अपनी आवाज का जादू बिखेरते रहते हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि जिस तरह से रूस यूक्रेन पर हमला कर रहा है और वहां पर कई देशों के लोग फंसे हुए हैं खास करके हमारे भारतीय छात्र वहां पर फंसे हैं और जब उनकी आंखों के सामने इस तरह की बमबारी हो रही है, तो उन पर क्या कुछ बीत रही होगी. इसी कल्पना का मन में ख्याल आया और गाना बना दिया.

यूट्यूब पर रिलीज हुआ गानाः अकाश मिश्रा ने बताया कि मात्र आधे घंटे में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गाने को लिखा और गा दिया, जो आज रिलीज भी हो गया है. इस गाने को लोग पसंद कर रहे हैं. इस गाने में लोगों के उस दुख दर्द को बताया गया है जो अपने देश को छोड़ दूसरे देश में जाते हैं. पढ़ाई लिखाई करने या नौकरी करने, इस बीच अगर किसी प्रकार की कोई परेशानी होती है तो वो वहां फंस जाते है. तब उन पर क्या कुछ बीतती है और उनको सबसे पहले याद अपनी मां की आती है, यही इस गाने में बताया गया है.

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पटनाः 'देश छोड़ अईनी माई करे ला पढ़ाई, सोचनि ना कबो अइसन दिनवा भी आई, कुछो नईखे सूझत अब हमारा बरेन में... बबुआ के बुला ले रे माई फसल बानी यूक्रेन में'... भोजपुरी गीत की ये पंक्ति मां और बेटे के बीच हो रही बातों को इस अंदाज में बंया कर रही है, जिसे सुनकर शायद आप के आंखों से भी आंसू आ जाएं. ये गीत भोजपुरी गायक अकाश मिश्रा (Akash Mishra Sang A Song For People Stranded In Ukraine) ने यूक्रेन में फंसे उन हजारों भारतीयों के लिए गाया है, जो अब तक भारत नहीं लौट पाए हैं. ये उन भारतीयों की आपबीती है जो अपनी मां को फोनकर अपना हाल बता रहे हैं... क्योंकि मुसिबत के वक्त अगर सबसे ज्यादा किसी की याद आती है, तो वो मां ही होती है.

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दरअसल, रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद अब वहां की स्थिति बेहद खराब हो गई है. यूक्रेन के कई शहरों में लोग डरे सहमे हुए हैं, फंसे हुए हैं. हमले के बीच लोगों में खौफ का माहौल है. मौत के बादल सिरों पर मंडरा रहे हैं. हमारे देश के नागरिकों को लाने में केंद्र सरकार पूरी कोशिश में लगी है. लेकिन कई लोग अभी भी फंसे हुए है.

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गीतों के जरिए बयां किया भारतीयों का दर्दः जो लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं, उन पर क्या कुछ बीत रही है. उनके मन में किस तरह के डर हैं और उनके परिजनों को कैसा लग रहा है. इन सब को भोजपुरी गायक अकाश मिश्रा ने अपने गीतों के जरिए बयां किया है. एक बेटा अपनी मां से विदेश में फंसे होने पर क्या कुछ कहता है. गायक ने अपनी आवाज में उन लोगों के दुख-दर्द को साझा किया है.

'देश छोड़ अइनी माई करे ला पढ़ाई, सोचनि ना कबहो अईसन दिनवा भी आई, कुछो नईखे सूझत अब हमारा बरेन में, बबुआ के बुला ले रे माई फसल बानी यूक्रेन में. डरल बा जियवा, हमला करल बा रसिया, गांव में ही रह के खईंती भईल रोटी बसईया... लाख रुपया कहां से दे आईं प्लेन में.. बबुआ के बुला ले रे माई फसल बानी यूक्रेन में'

इस गीत में एक बेटा अपनी मां से कहता है कि देश छोड़ के पढ़ाई करने आया था, लेकिन ऐसा कभी नहीं सोचा था कि ये दिन भी आएगा. मां मुझे अपने घर बुला ले, मैं यहां यूक्रेन में फंस गया हूं. बासी रोटी खाके गांव में ही अच्छा रहूंगा. लाख रुपया भी नहीं है कि प्लेन से आ संकू.

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बता दें कि अकाश मिश्रा (Bhojpuri Singer Akash Mishra) एक भोजपुरी गायक हैं और अपनी आवाज का जादू बिखेरते रहते हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि जिस तरह से रूस यूक्रेन पर हमला कर रहा है और वहां पर कई देशों के लोग फंसे हुए हैं खास करके हमारे भारतीय छात्र वहां पर फंसे हैं और जब उनकी आंखों के सामने इस तरह की बमबारी हो रही है, तो उन पर क्या कुछ बीत रही होगी. इसी कल्पना का मन में ख्याल आया और गाना बना दिया.

यूट्यूब पर रिलीज हुआ गानाः अकाश मिश्रा ने बताया कि मात्र आधे घंटे में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गाने को लिखा और गा दिया, जो आज रिलीज भी हो गया है. इस गाने को लोग पसंद कर रहे हैं. इस गाने में लोगों के उस दुख दर्द को बताया गया है जो अपने देश को छोड़ दूसरे देश में जाते हैं. पढ़ाई लिखाई करने या नौकरी करने, इस बीच अगर किसी प्रकार की कोई परेशानी होती है तो वो वहां फंस जाते है. तब उन पर क्या कुछ बीतती है और उनको सबसे पहले याद अपनी मां की आती है, यही इस गाने में बताया गया है.

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Last Updated : Mar 4, 2022, 7:54 PM IST
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