पटना: जननायक कर्पूरी ठाकुर बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे. 1971 में मुख्यमंत्री बनने पर ठाकुर ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए गैर लाभकारी जमीन पर मालगुजारी टैक्स को खत्म कर दिया था. 24 जनवरी को उनकी जन्मशताब्दी मनाई जाएगी. समय-समय पर राजनीतिक दल कर्पूरी ठाकुर के लिए भारत रत्न देने की मांग करते रहते हैं. इसी क्रम में नाई जन जागरण अभियान रथ के जरिए पूरे बिहार में घूम-घूम कर कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग को लेकर अभियान चलाया जा रहा है.
नाई जन जागरण अभियान रथ मसौढ़ी में: नाई जन जागरण अभियान रथ पूरे बिहार के विभिन्न जिलों में चलाया जा रहा है. बुधवार को नाई जन जागरण अभियान का रथ मसौढ़ी अनुमंडल के अंतर्गत धनरूआ होते हुए मसौढ़ी पहुंचा. जहां पर अखिल भारतीय नई संघ ट्रेड यूनियन बिहार प्रदेश के सचिव शंकर भारतीय ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जनशताब्दी एवं नाई सम्मान समारोह 1 फरवरी 2024 को रविंद्र भवन पटना में किया जाएगा. इसको लेकर पूरे बिहार में रथ जाएगा. लोगों से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील करेगा. बड़ी संख्या में नई जाति के लोगों का जुटान होगा.
"सरकार से नाई जाति को राजनीति में भागीदारी और कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग की जाएगी, लगातार कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग को लेकर आंदोलन चलाया जा रहा है लेकिन यह आंदोलन अब और भी धार होगा."- शंकर भारतीय, प्रदेश सचिव, अखिल भारतीय नई संघ ट्रेड यूनियन
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग: बता दें कि बिहार में जातीय गणना के बाद नाई समाज राजनीति में भागीदारी की सरकार से मांग कर रहा है. उनका कहना है कि नाई जातियों को भी राजनीति में भागीदारी मिले. इसके साथ ही कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाए. मौके पर बिहार प्रदेश सचिव शंकर भारती राष्ट्रीय कौशल, अध्यक्ष राजू ठाकुर बलदेव ठाकुर, रंजन ठाकुर, सुदर्शन ठाकुर विभिन्न जिलों से आए हुए नई जाति के लोग शामिल रहे.
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