पटनाः देश में बढ़ते कोरोना वायरस को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉक डाउन घोषित किया है. वहीं, लॉक डाउन से बैंकों को अलग रखा गया है. लेकिन लॉक डाउन का असर बैंकों पर भी पड़ रहा है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मेन ब्रांच के जनरल मैनेजर दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि बैंकों पर लॉक डॉउन का बहुत बुरा असर पड़ा है. सरकारी काम को छोड़ दिया जाए तो जनरल दिनों में जनरल लोगों का 300 से 400 करोड़ प्रतिदिन का टर्नओवर हुआ करता था. जोकि लॉक डाउन के दौरान घटकर मात्र 75 से 100 करोड़ के बीच में आ गया है.
बैंकों पर पड़ रहा लॉक डाउन का असर
वहीं, जनरल मैनेजर दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि लेबर एक्ट के तहत केंद्र सरकार के ईपीएफओ और राज्य सरकार के ईएसआईसी का एक भी रुपये नहीं जमा हो रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि लॉक डाउन होने के वजह से बैंकों के प्रॉफिट पर बड़ा असर पड़ा है. बैंक नया बिजनेस नहीं कर रहा है. जिस वजह से बैंकों को प्रॉफिट में भी बहुत नुकसान हो रहा है. वहीं, उन्होंने कहा कि बैंकों के बिजनेस में भी 75% की कमी आई है.
कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 51
कुल मिलाकर बात करें तो इस लॉक डाउन के दौरान बैंकों को काफी नुकसान हो रहा है. बैंकों में आम जनता के आवागमन प्रभावित होने से बैंकों के प्रॉफिट पर भी काफी क्षति हुई है. बिहार में कोरोना पॉजिटिव की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर से 51 हो गई है. जबकि एक व्यक्ति की पहले ही मौत हो चुकी है.