पटना: बैंकर्स की हड़ताल लगातार दूसरे दिन भी जारी है. बाढ़ अनुमंडल स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के परिसर में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन कमेटी के बैनर तले बैंक कर्मी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारे भी लगाए और कहा कि यदि हमारी मांगें नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी.
वेतन वृद्धि की मांग
एसबीआई की बाढ़ शाखा के अध्यक्ष राकेश रंजन ने कहा कि वेतन वृद्धि को लेकर हमारी मांग नवंबर 2017 से ही लंबित है. हम लोगों ने वेतन में 20 फीसदी वृद्धि की मांग की थी. उस समय सरकार की तरफ से मात्र 2 फीसदी वृद्धि की पेशकश हुई थी. उन्होंने कहा कि इस पर अभी तक 36 राउंड वार्ता हो चुकी है फिर भी वेतन वृद्धि में महज 12.75 फीसदी का प्रावधान किया जा रहा है.
'हफ्ते में 5 कार्य दिवस की मांग'
राकेश रंजन ने कहा कि इसके अलावा बाकी विभागों की तरह बैंकिग सेक्टर में भी हफ्ते में 5 कार्य दिवस होना चाहिए. साथ ही कर्मियों के लिए जिस तरह बैंक आने का समय है, उसी तरह बैंक से लौटने का भी समय निर्धारित होना चाहिए. हम लोग सुबह पौने 10 बजे बैंक पहुंच तो जाते हैं, लेकिन शाम को लौटने के लिए विभागीय निर्देश का पालन नहीं होता है. कर्मियों को घर पहुंचने में रात के 10 और 11 बज जाते हैं. ऐसे में कर्मी अपने परिवार को समय नहीं दे पाते हैं. इसके बावजूद हमारे कामों को संतोषजनक नहीं माना जाता है.
राकेश रंजन ने कहा कि बैंककर्मी नौकरी के बाद जब तक जीवित रहते हैं, तब तक तो पेंशन राशि सम्मान जनक है, लेकिन उनके गुजरने के बाद परिवार को पेंशन के रूप में मिलने वाली राशि बेहद कम है. इस महंगाई में उससे परिवार चलने वाला है.