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जिंदा है शहाबुद्दीन का खौफ! कब्र पर मजार बनाने से रोका तो समर्थकों ने दिखाई दबंगई - Shahabuddin grave in delhi

आईटीओ दिल्ली गेट जदीद कब्रिस्तान अहले इस्लाम में दफन पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की कब्र का पक्कीकरण किया जा रहा है. इस कब्रिस्तान में पक्की कब्र बनाने की मनाही है. फिर भी बाहुबली शहाबुद्दीन के परिजन और समर्थक दो गज जमीन कब्जा करने में जुटे हैं. कब्रिस्तान कमेटी की पहल और सोशल मीडिया पर हंगामे के बाद फिलहाल काम को रोक दिया गया है.

शहाबुद्दीन
शहाबुद्दीन
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Published : Jun 3, 2021, 8:58 PM IST

नई दिल्ली/पटना: पूर्व सांसद और बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की कब्र को दिल्ली में मजार की शक्ल देने की कवायद चल रही है. मामला प्रकाश में आने के बाद निर्माण कार्य को रोक दिया गया है. मामले को दिल्ली गेट कब्रिस्तान कमेटी सवालों के घेरे में है.

ये भी पढ़ेंः ITO स्थित कब्रिस्तान में पूर्व सांसद शहाबुद्दीन सुपुर्द-ए-खाक

जानकारी के मुताबिक राजधानी के सबसे बड़े आईटीओ दिल्ली(ITO DELHI) गेट जदीद कब्रिस्तान अहले इस्लाम में दफन सिवान के बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन की कब्र ()को उनके परिजनों ने मजार के रूप में पक्का करना शुरू कर दिया. मामला सोशल मीडिया पर आते ही हंगामा खड़ा हो गया. जिसके बाद परिजनों ने निर्माण कार्य को रोक दिया है.

शहाबुद्दीन की कब्र
शहाबुद्दीन की कब्र

'दो गज से ज्यादा जमीन पर कब्जा'
इस कब्रिस्तान में पक्की कब्र बनाने की मनाही है, इसके बावजूद पूर्व सांसद के समर्थक गाड़ियों में ईंट, बालू, सीमेंट लाकर आनन-फानन काम शुरू कर दिया. कब्र के चारों तरफ दीवार खड़ी कर दी गई. इसकी जानकारी मिलने पर कब्रिस्तान कमेटी ने काम बंद करानी चाही तो बाहुबली के समर्थक हाथापाई को तैयार हो गए.

दिल्ली
भूतपूर्व सांसद बाहुबली शहाबुद्दीन

मामले को तूल पकड़ता देख परिजनों ने फिलहाल काम पर रोक लगा दी है. हालांकि कब्र को चारों तरफ से घेरा जा चुका है. उस पर शेड डालना ही शेष रह गया है.

देखें वीडियो

कोरोना से हुई थी शहाबुद्दीन की मौत
बता दें कि आरजेडी के पूर्व सासंद और बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की पिछले दिनों दिल्ली में कोरोना से मौत हो गई थी. उस समय बिहार में भी कोरोना पिक पर था. लिहाजा शव को बिहार लाने की अनुमति नहीं दी गई थी. जिसके बाद पूर्व सांसद को दिल्ली के जदीद कब्रिस्तान अहले इस्लाम में दफन किया गया.

शहाबुद्दीन को सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी(फाइल फोटो)
शहाबुद्दीन सुपुर्द-ए-खाक(फाइल फोटो)

कब्रिस्तान कमेटी ने यहां कब्र के पक्कीकरण पर रोक लगा रखी है. कमेटी का कहना है कि पक्कीकरण से जगह पर कब्जा हो जाता है. जिससे आने वाले समय में दफन के लिए जगह की कमी हो जाएगी. इस लिए यहां कब्र के पक्कीकरण की अनुमति नहीं है.

नई दिल्ली/पटना: पूर्व सांसद और बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की कब्र को दिल्ली में मजार की शक्ल देने की कवायद चल रही है. मामला प्रकाश में आने के बाद निर्माण कार्य को रोक दिया गया है. मामले को दिल्ली गेट कब्रिस्तान कमेटी सवालों के घेरे में है.

ये भी पढ़ेंः ITO स्थित कब्रिस्तान में पूर्व सांसद शहाबुद्दीन सुपुर्द-ए-खाक

जानकारी के मुताबिक राजधानी के सबसे बड़े आईटीओ दिल्ली(ITO DELHI) गेट जदीद कब्रिस्तान अहले इस्लाम में दफन सिवान के बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन की कब्र ()को उनके परिजनों ने मजार के रूप में पक्का करना शुरू कर दिया. मामला सोशल मीडिया पर आते ही हंगामा खड़ा हो गया. जिसके बाद परिजनों ने निर्माण कार्य को रोक दिया है.

शहाबुद्दीन की कब्र
शहाबुद्दीन की कब्र

'दो गज से ज्यादा जमीन पर कब्जा'
इस कब्रिस्तान में पक्की कब्र बनाने की मनाही है, इसके बावजूद पूर्व सांसद के समर्थक गाड़ियों में ईंट, बालू, सीमेंट लाकर आनन-फानन काम शुरू कर दिया. कब्र के चारों तरफ दीवार खड़ी कर दी गई. इसकी जानकारी मिलने पर कब्रिस्तान कमेटी ने काम बंद करानी चाही तो बाहुबली के समर्थक हाथापाई को तैयार हो गए.

दिल्ली
भूतपूर्व सांसद बाहुबली शहाबुद्दीन

मामले को तूल पकड़ता देख परिजनों ने फिलहाल काम पर रोक लगा दी है. हालांकि कब्र को चारों तरफ से घेरा जा चुका है. उस पर शेड डालना ही शेष रह गया है.

देखें वीडियो

कोरोना से हुई थी शहाबुद्दीन की मौत
बता दें कि आरजेडी के पूर्व सासंद और बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की पिछले दिनों दिल्ली में कोरोना से मौत हो गई थी. उस समय बिहार में भी कोरोना पिक पर था. लिहाजा शव को बिहार लाने की अनुमति नहीं दी गई थी. जिसके बाद पूर्व सांसद को दिल्ली के जदीद कब्रिस्तान अहले इस्लाम में दफन किया गया.

शहाबुद्दीन को सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी(फाइल फोटो)
शहाबुद्दीन सुपुर्द-ए-खाक(फाइल फोटो)

कब्रिस्तान कमेटी ने यहां कब्र के पक्कीकरण पर रोक लगा रखी है. कमेटी का कहना है कि पक्कीकरण से जगह पर कब्जा हो जाता है. जिससे आने वाले समय में दफन के लिए जगह की कमी हो जाएगी. इस लिए यहां कब्र के पक्कीकरण की अनुमति नहीं है.

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