पटना: पूर्व मध्य रेल लगातार यात्रियों की सहूलियत के लिए नई-नई सर्विस लॉन्च कर रही है. इसी कड़ी में बहुत जल्द पटना जंक्शन पर अब एक और नई सर्विस जुड़ने वाली है. इस सर्विस का नाम बैग ऑन व्हील्स है.
इसके सर्विस के अंतर्गत रेलवे अपने यात्रियों के घरों से उनके सामान को ट्रेन की कोच तक सुरक्षित पहुंचाएगा. पूर्व मध्य रेलवे इस योजना को फरवरी तक शुरू करने का ऐलान किया है. पूर्व मध्य रेल मंडल की ओर से इस सर्विस को शुरू करने का मकसद राजस्व को बढ़ाना है.
ऐप के जरिए सर्विस का मिलेगा लाभ
रेलवे के इतिहास में यह पहली बार होगा जब यात्रियों को इस तरह की सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी. हालांकि इस सर्विस के लिए पूर्व मध्य रेलवे की ओर से ऐप बनवाया जा रहा है. इसे यात्री एंड्रॉयड और आईफोन दोनों में डाउनलोड करके इस सर्विस का लाभ उठा पाएंगे.
"इस सेवा का लाभ सबसे ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग जनों और अकेले यात्रा कर रही महिला पैसेंजर को होगा. क्योंकि उनके पास सामान ज्यादा होने की वजह से उन्हें सफर करने और स्टेशन तक पहुंचने में काफी दिक्कतें होती है. इस वजह से कई बार ट्रेन तक छूटने का डर लगा रहता है. मगर रेलवे की नई सर्विस से उन्हें लगेज कैरी करने के झंझट से छुटकारा मिलेगा."- सीपीआरओ, पूर्व मध्य रेल
'सर्विस का देना होगा मामूली शुल्क'
इसके अलावा सीपीआरओर ने कहा कि इस सर्विस के लिए यात्रियों को मामूली शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा. इस सर्विस की सबसे खास बात ये है कि यात्री अपने घर से बैठे एप्स के माध्यम से लगेज बुक करेंगे. बुक करने के बाद यात्री के घर से उस सामान को उठा कर उनके बर्थ तक पहुंचाया जाएगा. अगर कोई यात्री अगर चाहते हैं कि जहां उनको जाना है, वहां तक समान पहुंचाया जाए तो उसके लिए भी वह बुक कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें- पटना जंक्शन पर कोच गाइडेंस डिस्प्ले लग जाने से यात्रियों को राहत
एजेंसी को मिलेगा कॉन्ट्रैक्ट
बता दें कि पूर्व मध्य रेल एक एजेंसी के तहत ये काम करवाएगी. ये एजेंसी पटना जंक्शन के 40 किलोमीटर के दायरे में काम करेगी. यात्रियों के बुक समान को जंक्शन और बर्थ तक पहुंचाने की जिम्मेदारी एजेंसी को दिया गया है.
ये भी पढ़ें- यात्रियों को सुविधा: पूर्व मध्य रेलवे से चलेंगी तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनें
यात्रियों ने की सर्विस की तारीफ
रेलवे की ओर से लागू किए जा रहे इस सर्विस की लोगों ने काफी तारीफ की है. लोगों ने कहा कि अगर ये सुविधा शुरू होती है तो लोगों को काफी आराम मिलेगा. ऐसे दलालों से मुक्ति मिलेगी जो सामान पहुंचाने के लिए मनमाना रुपये का डिमांड करते हैं. ट्रेन से उतरने के बाद प्लेटफार्म पर सामान ढोने में कुलियों को भी परेशानी होती है तो वहीं यात्रियों को कुलियों को खोजने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अगर कोई मान्यता प्राप्त संस्था प्लेटफार्म से घर तक सामान को पहुंचाती है तो इससे मन में एक सुरक्षा की भावना भी बनी रहेगी.
कुलियों में गुस्सा
हालांकि इस सर्विस के शुरू होने से कुलियों में काफी गुस्सा है. कुलियों का कहना है कि इससे उनकी आजीविका ठप हो जाएगी. उनके रोजी-रोटी पर आफत आ जाएगी. कुलियों ने यह मांग की है कि इस सर्विस के शुरू होने पर रेलवे को कुलियों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए. बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के सरकार ये सुविधा शुरू करती है तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा.