पटना: राज्य स्वास्थ्य समिति और जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से गांधी मैदान में चल रहे सरस मेला में एक काउंटर लगाया गया है. यहां स्टोर पर आयुष्मान भारत का कार्ड बनाया जा रहा है. इसके साथ ही यहां स्वास्थ्य से जुड़े अन्य कई स्टॉल हैं जो बता रहे हैं कि आयुष्मान भारत का कार्ड बनाने के बाद क्या-क्या सुविधा उन्हें मिलता है.
स्वास्थ्य के बारे में लोगों को किया जा रहा है जागरूक
इसके माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है. साथ ही बताया जा रहा है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को क्या खान-पान रखना चाहिए. आयुष्मान भारत का कार्ड बना रहे अनंत कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य के तहत आर्थिक जनगणना 2011 के अनुसार जो गरीब है और जिन्हें आयुष्मान भारत के लाभार्थी किस श्रेणी में रखा गया है. उनका कार्ड बनाया जा रहा है.
आयुष्मान भारत का कार्ड बनाने के लिए क्या है जरूरी
अनंत कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत का कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड और पीएमओ का लेटर अनिवार्य है इसके साथ ही आधार कार्ड का नंबर भी लिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है और रोजाना 25 से 30 की संख्या में आयुष्मान भारत के कार्ड बन रहे हैं.
चार चरणों में विशेष टीकाकरण अभियान
मिशन इंद्रधनुष के काउंटर पर बैठे मिशन इंद्रधनुष प्रधानमंत्री द्वारा चलाया विशेष अभियान है जिसमें स्लम एरिया के बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण जो छूट जाता है उसे चार चरणों में विशेष अभियान चलाकर उनका टीकाकरण किया जाता है. उन्होंने बताया कि वह टीकाकरण के अभाव में होने वाली बीमारियों और कुपोषण के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
फैमिली प्लानिंग के लिए मिलती है सहायता राशि
गर्भावस्था में महिलाओं की स्वास्थ्य की जानकारी देने के लिए काउंटर पर बैठी और अरुना कुमारी ने बताया कि वह आयुष्मान भारत के बाद मिलने वाले लाभ के बारे में जानकारी दे रही है कि किस प्रकार दो बच्चों तक कितने किस्तों में पैसे दिए जाते हैं और दो बच्चे के बाद फैमिली प्लानिंग के लिए क्या सहायता राशि दी जाती है.
महिलाओं को गर्भावस्था के बारे में दी जा रही जानकारी
राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए लगाए काउंटर पर बैठी एसडीएच मसौढ़ी की काउंसलर पूनम रानी ने बताया कि हेल्थ डिपार्टमेंट से मिलने वाली बहुत सारी सुविधाओं के बारे में बहुत लोगों को जानकारी नहीं है जिसके बारे में वह लोगों को जानकारी दे रही हैं. आयुष्मान भारत कार्ड के तहत गरीब महिलाओं को गर्भावस्था में हर महीने 9 तारीख को होने वाली जांच के बारे में और जानकारी दे रही हैं.