पटना:बिहार के शिक्षा मंत्री का पदभार आज ही मेवालाल ने संभाला था, लेकिन कुछ ही घंटों में वो सत्ता से दूर कर दिये गये. मेवालाल चौधरी को इस्तीफा देना पड़ गया. 16 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह के बाद से ही मेवालाल को लेकर सरकार पर विपक्ष हमलावर था.
मेवालाल चौधरी के इस्तीफे पर सीपीआईएम की प्रतिक्रिया
सीपीआईएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार का कहना है कि पार्टी के प्रयासों से ही विधायक मेवालाल चौधरी का इस्तीफा संभव हो पाया है. सीपीआईएम ने लगातार सरकार पर दबाव डाला. सरकार को इस मुद्दे पर चौतरफा घेरा गया, जिसके बाद मेवालाल चौधरी को मजबूर होकर इस्तीफा देना पड़ा.
'बिहार में अपराध चरम पर है. बिहार की महिलाएं और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग की कमान एक ऐसे व्यक्ति को सौंपी जिसने शिक्षा के क्षेत्र में ही अपराध किए हैं. नीतीश कुमार अब आरएसएस के आगे नतमस्तक हो चुके हैं. आरएसएस बिहार में सरकार चला रही है. यूपी वाला जंगलराज बिहार में भी लाने की शुरुआत हो गई है. सरकार ने जो वादा किया था 19 लाख रोजगार देने का अब देखना है कि वह मिलता है या वह भी सिर्फ जुमला साबित होता है.'-अवधेश कुमार, राज्य सचिव,सीपीआईएम