पटना: लॉकडाउन के कारण राज्य में ठप पड़े यातायात से ऑटो चालक परेशान हैं. इसे लेकर बिहार राज्य ऑटो रिक्शा चालक संघ ने सरकार से मांग की है कि उन्हें खर्चे के लिये 10 हजार रुपये और 3 महीने का राशन दिया जाये, ताकि उनके घरों में चूल्हा जल सके.
वहीं लॉकडाउन की अवधि में कागजात के लिए एक मुश्त राशि माफी के घोषणा की मांग भी की गई. ऑटो रिक्शा चालकों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण सारा कामकाज बंद है और चालकों के परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गये हैं. इसी कड़ी में बिहार राज्य ऑटो रिक्शा चालक संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा. संघ द्वारा जिलाधिकारी को आवेदन पत्र गोपनीय शाखा में दिया गया था. वहीं आयुक्त पटना प्रमंडल पटना को भी आवेदन दिया गया.
पिछले दिनों एक ऑटो चालक की मौत हो गई थी
बता दें कि पिछले दिनों रोजगार छिन जाने के कारण एक ऑटो चालक धीरेंद्र राम की ब्रेन हेमरेज होने के कारण उसकी मौत हो गई थी, जो पटना के जक्कनपुर इलाके में किराये के मकान में रहता था. वर्तमान में उसकी एक पत्नी और तीन बच्चों के सामने भूखमरी के हालात पैदा हो गये हैं. वहीं मकान मालिक भी किराये के लिए परेशान करने लगे हैं. मृत ऑटो चालक धीरेंद्र राम के परिवार को भरण-पोषण के लिये 5 लाख रुपये दिये जाने की मांग की गई, जिससे उनके परिवार का भरन पोषण किया जा सके.