पटनाः साल 2023 का पहला चंद्रग्रहण आज 5 मई को लगने जा रहा है. चंद्रग्रहण को लेकर लोगों में काफी संशय बना हुआ है कि क्या कुछ करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए. भारत पर इसका असर पड़ेगा या नहीं. ज्योतिषाचार्य डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि आज 5 मई को बुध पूर्णिमा के मौके पर साल का पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है, जिसका असल रात के 8:46 मिनट से लेकर 1 बजे तक रहेगा. हालांकि उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भारतवर्ष में ये नहीं देखा जा सकता है, इसलिए भारत में इस चंद्रग्रहण का असर नहीं होगा.
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130 साल बाद बना है यह संयोगः डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी का कहना है कि 130 साल बाद यह संयोग बन रहा है. उन्होंने कहा कि चंद्रग्रहण कब लगता है जब पृथ्वी चंद्रमा सूर्य के बीच आती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण के समय में सूतक काल लगता है और सूतक काल के समय में धर्म-कर्म के साथ कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. यह जो चंद्रग्रहण बुद्धपूर्णिमा पर लग रहा है ये उपछाया ग्रहण रहेगा. यानी कि चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया एक तरफ रहने के कारण ये चंद्रग्रहण हर जगह नहीं देखा जाएगा.
"भारत में चंद्र ग्रहण का सूतक नहीं लग रहा है. इसको विदेशों में देखा जाएगा. यूरोप एशिया ऑस्ट्रेलिया अफ्रीका के साथ-साथ कई अन्य देशों में देखने को मिलेगा. साल का अंतिम और देश में दिखाई देने वाला चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को रात्रि में लगेगा जिसको देश के कई हिस्सों में देखा जा सकता है"- डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य
गर्भवती महिलाओं को रखना चाहिए खास ख्यालः डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि चंद्रग्रहण में कुछ खास बातों का ख्याल रखना चाहिए. खाना बनाना और खाना खाने पर मनाही है. चंद्र ग्रहण के समय पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए घर-घर के मंदिर के मेन गेट या पर्दा डाल देना चाहिए. चंद्रग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए और भक्ति भाव से मन में ही भगवान की पूजा अर्चना भजन करना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और कैची, चाकू जैसी चिजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.