पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ त्योहार 31 अक्टूबर से नहाय- खाय के साथ शुरू हो रहा है. चार दिनों तक चलने वाली इस पूजा में पवित्रता और सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. प्रदेश में इसकी तैयारी काफी पहले शुरू हो जाती है. विभिन्न तालाबों और नदियों में घाटों के निर्माण का काम किया जा रहा है.
जागरूकता संदेश देने की कोशिश
जिले के बाढ़ अनुमंडल क्षेत्र में पर्व को बेहतर ढ़ंग से संपन्न कराने के लिए अनुमंडल एएसपी लिपि सिंह, पदाधिकारी सुमित कुमार और अंचलाधिकारी शिवाजी सिंह ने पहुंचकर गंगा घाटों के सफाई कार्यक्रम में भाग लिया और एक जागरूकता संदेश देने की कोशिश की. साथ ही लिपि सिंह ने अधिकारियों को छठ पर्व को लेकर कई जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
मात्र 2 घंटे में ही साफ हो गया घाट
गौरतलब है कि मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी सुमित कुमार और अंचलाधिकारी शिवाजी सिंह ने प्रसिद्ध अलखनाथ घाट पर कुदाल उठाकर खुद साफ-सफाई अभियान में जुट गए. वहीं, कुछ देर बाद आईं बाढ़ एएसपी लिपि सिंह भी गंगा घाटों की सफाई कार्यक्रम में भाग लेकर जागरूकता संदेश देने की कोशिश की. मौके पर पदाधिकारियों को काम करते देख भारी संख्या में स्थानीय लोग भी जुट गए और मात्र 2 घंटे में ही पूरे अलखनाथ घाट को साफ कर दिया.
स्थानीय लोगों ने सफाई अभियान में लिया भाग
बता दें कि घटना की सूचना पर आनन-फानन में नगर परिषद के कई मजदूरों के साथ नगर परिषद के अध्यक्ष पति संजय कुमार भी पहुंचे. उन्होंने गाय माता घाट पर हो रहे साफ-सफाई अभियान में भाग लिया. साथ ही भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेश कुमार राजू, सत्येंद्र नारायण सिंह, राजू तेली पन्नालाल सहित कई अन्य स्थानीय लोगों ने साफ-सफाई अभियान में भाग लिया.
नगर परिषद अधिकारियों को लगाई डांट
एएसपी लिपि सिंह ने बताया कि सभी घाटों पर लाइट, सीसीटीवी वीडियो रिकार्डिंग कराई जाएगी. उन्होंने खतरनाक घाटों की पहचान कर वहां लाल कपड़े लगाने का निर्देश भी दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से सभी छठ घाटों पर गोताखोर और नाव से निगरानी की जाएगी. पर्व के दौरान अधिकृत नाव को छोड़कर नाव के परिचालन को अगले आदेश तक बंद रखने की बात कही है. साफ-सफाई अभियान के बाद बाढ़ के विभिन्न घाटों में बाढ़ एसडीओ सुमित कुमार और एएसपी लिपि सिंह ने निरीक्षण किया. कई घाटों को देखकर बाढ़ एसडीओ ने नाराजगी व्यक्त की और नगर परिषद के अधिकारियों को डांट-फटकार भी लगाई.