पटना: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मंगलवार को बिहार में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति का अवलोकन करने गई केंद्रीय टीम के साथ बैठक की. उन्होंने इसको लेकर अधिकारियों से फीडबैक लिया. साथ ही कोविड-19 को लेकर बिहार की मौजूदा स्थिति पर बिंदुवार चर्चा हुई.
टीम के साथ बैठक
टीम में शामिल स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव संजय अग्रवाल और एनसीडीसी के डायरेक्टर डॉ. एस के सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री के निजी सचिव कुलदीप नारायण बैठक में मौजूद रहे. अधिकारियों ने बिहार दौरे के दौरान पटना और गया का दौरा किया था. इसके अलावा भागलपुर सहित अन्य जिलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और फोन के जरिए स्थिति से अवगत हुए थे.
वॉलिंटियर्स बढ़ाने का सुझाव
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मुख्य सचिव प्रधान सचिव और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ लंबी बैठक हुई थी. इसके साथ ही टीम ने पटना और गया के अस्पतालों और कंटेनमेंट जोन का भी दौरा किया था. बैठक में संयुक्त सचिव संजय अग्रवाल ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे को बताया कि कंटेंनमेंट जोन में वॉलिंटियर्स बढ़ाने का सुझाव दिया गया है. साथ ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट पर बल दिया गया. ताकि इंफेक्शन का खतरा कम से कम हो और चिकित्सा कर्मी इंफेक्शन से बच सके.
सावधानी बरतने की जरूरत
संजय अग्रवाल ने कहा कि इलाज के लिए आने वाले लोगों को भी इंफेक्शन का खतरा ना हो, इस ओर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया गया है. उन्होंने बताया कि घबराने की आवश्यकता नहीं है. सावधानी बरतने की जरूरत है. साथ ही मरीजों की बढ़ती संख्या के अनुसार पहले से ही सभी तैयारियों को पूर्ण रखने पर बल दिया गया है. ताकि जब केस बढ़े, तो किसी तरह की परेशानी ना हो.
हॉस्पिटल मैनेजमेंट संबंधित ट्रेनिंग
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की विशेष पहल पर पटना के विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंफेक्शन कम करने और हॉस्पिटल मैनेजमेंट संबंधित ट्रेनिंग दी गई. इसमें विभिन्न अस्पतालों के 80 डॉक्टर जुड़े. इसका उद्देश्य कोविड-19 के दौरान अस्पतालों के बेहतर प्रबंधन करना है. ताकि आने वाले मरीज उनके परिजन के साथ-साथ चिकित्सा और चिकित्सा कर्मी किसी तरह के तनाव में ना आए.
संयम रखने की आवश्यक्ता
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने बताया कि केंद्रीय टीम ने बिहार की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया है. बिहार सरकार ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं. केंद्र सरकार सभी जरूरी सहयोग उपलब्ध करा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी निरंतर बिहार के संपर्क में है. मौजूदा समय में घबराने की जरूरत नहीं है. धैर्य और संयम रखने की आवश्यकता है. केंद्र हर संभव मदद उपलब्ध कराएगा.